नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में घमासाम मचा हुआ है। कांग्रेस में मचा ये घमासाम अब धीरे-धीरे कांग्रेस के लिए घातक बनता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में तीन विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दिया और अन्य दलों में शामिल हो गए। पार्टी छोड़ रहे कांग्रेसी नेता, अपनी भड़ास भी निकालते हैं और पार्टी पर सवाल भी खड़ा कर रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाये जाने के बाद विरोधाभास खुलकर सामने आया है। कांग्रेस में मचे घमासान का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जब तब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के बीच मनमुटाव की ख़बरें सामने आती रहती हैं।
आपको बता दें कि हाल में कई नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दिया और अब पंजाब स्टेट ग्रेन्स प्रोक्योरमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन-डायरेक्टर और कांग्रेस के सीनियर लीडर सुखजिंदर राज सिंह उर्फ लल्ली मजीठिया ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। कांग्रेस के नेता रहे लल्ली मजीठिया शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन तीनों बार वे हार गए। अब लल्ली मजीठिया ने अपनी ही सरकार पर बिक्रम सिंह मजीठिया को बचाने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है।
दरअसल लल्ली का कहना है कि पंजाब सरकार बिक्रम मजीठिया को संरक्षण दे रही है। इतना ही नहीं, अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़ा करते हुए लल्ली ने कहा कि ‘बिक्रम सिंह मजीठिया कहां हैं? वह गिरफ्तार क्यों नहीं हो रहे हैं? पंजाब सरकार की ओर से मिली सुरक्षा को धता बताकर कैसे वह गायब हो गए और गिरफ्तारी से बच निकले।’ इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ड्रग्स रैकेट और बेअदबी के मामलों में कार्रवाई ना होने से वह पार्टी के भीतर घुटन महसूस कर रहे थे।
पंजाब में कांग्रेस छोड़कर कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी का दामन थामने वाले नेताओं की लिस्ट बढ़ती जा रही है। पूर्व विधायक निर्मल सिंह निम्मा, पंजाब कांग्रेस के पूर्व महासचिव राज कुमार गर्ग (राज नंबरदार), पंजाब बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉक्टर दीपक ज्योति ने गुरुवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल हो गए।