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Subrata Mukherjee Death: TMC के सीनियर नेता सुब्रत मुखर्जी का निधन, CM ममता बनर्जी बोलीं- मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति

Subrata Mukherjee

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी का 75 वर्ष की आयु में कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में निधन हो गया, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी मौत की पुष्टि की। बता दें, तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी लंबे समय से हृदय संबंधी बीमारी का इलाज करा रहे थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी हैं। सुब्रत मुखर्जी के पास तीन और विभागों का प्रभार था। राज्य के अन्य मंत्री फिरहाद हकीम ने जानकारी देते हुए बताया कि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की इस हफ्ते की शुरूआत में ‘एंजियोप्लास्टी’ हुई थी और दिल का दौरा पड़ने के बाद रात नौ बजकर 22 मिनट पर उनका निधन हो गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने कालीघाट आवास पर काली पूजा कर रही थी, वह एसएसकेएम अस्पताल गईं और मुखर्जी का निधन हो जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘मैं यकीन नहीं कर सकती हूं कि वह अब हमारे साथ नहीं हैं। वह पार्टी के एक समर्पित नेता थे। यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।’

ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैंने अपने जीवन में कई आपदाओं का सामना किया है लेकिन यह बहुत बड़ा झटका है। मुझे नहीं लगता कि सुब्रत दा जैसा कोई दूसरा व्यक्ति होगा जो इतना अच्छा और मेहनती होगा। पार्टी और उनका निर्वाचन क्षेत्र (बालीगंज) उनकी आत्मा थी। मैं सुब्रत दा का शव नहीं देख पाऊंगी।’ उन्होंने कहा, ‘आज शाम अस्पताल के प्राचार्य ने मुझे बताया कि सुब्रत दा ठीक हैं और वह कल घर वापस जा रहे हैं। चिकित्सकों ने पूरी कोशिश की।’  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के SSKM अस्पताल पहुंचीं। इस दौरान CM ममता ने कहा, “सुब्रत मुखर्जी की मृत्यु हमारे लिए बड़ी क्षति है। गोवा से आने के बाद मैं सबसे पहले सुब्रत दा से मिलने अस्पताल आई थी। अचानक से उन्हें दिल का दौरा पड़ा, चिकित्सकों ने कोशिश की लेकिन वो उन्हें बचा नहीं पाए।”

सुब्रत मुखर्जी के निधन पर पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘यह पश्चिम बंगाल के लिए एक बड़ी क्षति है। ऐसा लगता है कि मैंने अपने बड़े भाई को खो दिया है। कुछ दिन पहले, मैं उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल गया था और उनसे बात की थी। यह भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है।’

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