नई दिल्ली। प्यार की नगरी आगरा से लव जिहाद का मामला सामने आया है जिसे जानने के बाद आपका प्यार से ही विश्वास उठ जाएगा। एक पत्नी को शादी के नौ साल बाद इस बात के बारे में पता चलता है कि उसका पति हिंदू नहीं बल्कि मुसलमान है। ये जानकर महिला के होश ही उड़ गए। अब महिला न्याय मांगने के लिए थानों के चक्कर काट रही हैं। महिला को संदेह तब हुआ जब पति ने मंदिर को घर से बाहर फेंक दिया और उसके दो बच्चों का खतना कराने की बात की। महिला अपने साथ हुए धोखे से परेशान है और लगातार न्याय की गुहार लगा रही है। अब जाकर दो साल बाद मामला पुलिस की तरफ से दर्ज हुआ है।
क्या है पूरा मामला
इस मामले को पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने सोशल मीडिया के जरिए उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि एक शख्स जो नाम बदलकर एक महिला से धोखे से शादी करता है और झूठ बोलकर महिला को फंसाता है। अब उसपर जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहा है…ऐसे मामले में जीरो टॉलरेंस के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। दरअसल पीड़िता रचना सोलंकी मथुरा की रहने वाले है। जहां उन्हें अमित नाम के शख्स प्यार हो गया जो कथित तौर पर अपने मामा के यहां रहने आया था। उस वक्त अमित ने खुद को अनाथ बताया था। रचना ने अमित को अपने माता-पिता से मिलवाया और दोनों की शादी सादगी से हो गई लेकिन दो बच्चे पैदा होने के बाद अमित ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया।
Every passing day, I am growing increasingly disturbed over how casually our system deals with cases of men lying about their name and religion and trapping women for conversion to Islam. This needs zero tolerance and immediate crackdown, but…
Let me narrate a fresh case
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) July 8, 2022
दो साल बाद दर्ज हुआ केस
दर्ज एफआईआर के मुताबिक अमित का असल नाम इकरार कुरैशी है और उसके पिता भी जिंदा हैं। अमित बना इकरार कुरैशी जबरन रचना को मांस खिलाने और पूजा पाठ करने से रोकता था। वो लगातार रचना पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। रचना ने इकरार के खिलाफ थाने में शिकायत की लेकिन लॉकडाउन की वजह से कुछ हो नहीं पाया। अब जाकर मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। घटना की जानकारी देते हुए पीड़िता ने बताया कि उसे रोज जान से मारने की धमकी मिल रही है।