नई दिल्ली। उम्मीद थी कि शुक्रवार से दिल्ली और आसपास तेज हवा चलेगी और इससे वायु प्रदूषण से लोगों को राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नतीजे में शनिवार को भी दिल्ली और आसपास के इलाकों में जबरदस्त वायु प्रदूषण है। वायु प्रदूषण गंभीर स्तर का है। बताया जा रहा है कि एक मिनट तक सांस लेने में जितना प्रदूषण फेफड़ों में जा रहा है, उतना 4 सिगरेट पीने से जाने वाले धुएं जैसा है। दिल्ली में प्रदूषण से लोगों को बचाने के लिए ग्रैप-3 नियमों को लागू किया गया है। वहीं, पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है।
#WATCH | Delhi: A layer of smog covers the Kashmere Gate and surrounding areas as the pollution level in the National Capital continues to remain in the ‘Severe’ category.
(Drone visuals shot at 8.15 am) pic.twitter.com/5b3RPoFfaz
— ANI (@ANI) November 16, 2024
#WATCH | Uttar Pradesh: A layer of smog covers Ghaziabad city as the pollution level increases in the NCR region pic.twitter.com/Sk9F4JWPCk
— ANI (@ANI) November 16, 2024
#WATCH | Uttar Pradesh: Dense smog engulfs Moradabad as air quality across north India continues to deteriorate. pic.twitter.com/Ftw3jpj7JH
— ANI (@ANI) November 16, 2024
#WATCH | Delhi: Truck-mounted water sprinkler sprays tiny droplets of water in an effort to mitigate the effects of air pollution.
(Visuals from RK Puram) pic.twitter.com/QVMMxWybUu
— ANI (@ANI) November 16, 2024
दिल्ली में वायु प्रदूषण की मुख्य वजह गाड़ियों से निकलने वाला धुआं और पंजाब व हरियाणा में किसानों की तरफ से जलाई जाने वाली पराली है। दिल्ली में भले ही गाड़ियां बैटरी और सीएनजी से चलती हों, लेकिन बाहर से आने वाली बसों और ट्रकों के धुएं से निकले पीएम 10 और पीएम 2.5 के कण हवा में घुलते हैं और ठंड का मौसम होने व हवा की रफ्तार कम होने के कारण गंभीर प्रदूषण पैदा करते हैं। रही-सही कसर पराली जलाने से होने वाला धुआं पूरी कर देता है। हर साल ठंड की शुरुआत में दिल्ली और आसपास के इलाकों में इसी तरह का खतरनाक वायु प्रदूषण होता है, लेकिन इससे निजात दिलाने के लिए अब तक ठोस इंतजाम नहीं किया जा सका है।
दिल्ली में प्रदूषण के मसले पर सुप्रीम कोर्ट कई बार सुनवाई कर चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण खत्म न होने को लेकर बहुत नाराजगी दिखाई थी। प्रदूषण खत्म करने के लिए उपाय बताने के लिए विशेषज्ञों से सुप्रीम कोर्ट ने कहा भी है। वहीं, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सख्त रवैये के बाद पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना भी दोगुना करने के लिए नियमों में बदलाव किया है। दिल्ली सरकार देश की राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों पर तोहमत लगाती है, लेकिन इसे रोकने के लिए ठोस कदम न उठाने पर उसे भी कई बार सुप्रीम कोर्ट से फटकार लग चुकी है।