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Rajasthan: ‘लोग सड़क पर सोते ही क्यों हैं, यह उनकी गलती है’, कोटा सड़क हादसे पर गहलोत के मंत्री शांति धारीवाल का शर्मनाक बयान

shanti dhariwal

नई दिल्ली। ‘लोग फुटपाथ पर सोते ही क्यों हैं। सोने के लिए रैन बसेरा बनाए गए हैं, लेकिन फिर भी जाकर फुटपाथ पर ही सोते हैं। रैन बसेरों में नहीं सोते हैं। यह तो उनकी गलती है। इन लोगों के लिए सामुदायिक भवन खुलवा दिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी ये लोग नहीं मानते हैं। अब सोते हुए आदमी को पुलिस उठाकर तो नहीं ले जा सकती है।’  यह महज बयान नहीं, बल्कि एक शर्मनाक बयान है और यह शर्मनाक बयान गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारीवाल ने दिया है।  उधर, उनके बयान के खिलाफ लोगों का गुस्सा अपने चरम पर पहुंच चुका है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने किस मसले पर यह विवादित बयान दिया है।

बता दें कि गहलोत सरकार के मंत्री शांति धारीवाल का यह बयान हिंट एडं रन मामले में सामने आया है। दरअसल, कोटा में सड़क किनारे सो रहे परिवार के सदस्यों को एक तेज रफ्तार गाड़ी ने कुचल दिया, जिसमें पति की तो मौके पर ही मौत हो गई और पत्नी और बच्चे को उपचार हेतु एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, लेकिन उनकी हालत में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं देखा जा रहा है। इसके उलट दोनों की हालत संजीदा ही होती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक की पहचान दिनेश के रूप में हुई है, जो सब्जी का ठेला लगाकर अपनी आजीविका चलाते थे। इस बीच दिनेश अपने परिवार संग सोए हुए थे, तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें कुचल दिया था, जिसमें उनकी तो मौके पर ही मौत हो गई और पत्नी बीनू और बच्चों की हालत अस्पताल में संजीदा बनी हुई है।

उधर, मंत्री के शर्मनाक बयान को लेकर लोगों का रोष भी अपने चरम पर पहुंच चुका है। हालांकि, इससे पहले भी मंत्री कई मसलों को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। बता दें कि मंत्री ने दुर्घटना का शिकार हुए मृतक के परिजनों को 1 लाख रुपए देने की बात कही है। वहीं, इस पूरे मामले को लेकर दिनेश के परिवारजनों को मौत के मुंह में धकेलने वाले आरोपी के खिलाफ अभी तक पुलिस की तरफ से क्या कुछ कार्रवाई गई है। इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पाई है। ऐसी स्थिति में इस बात पर सभी की निगाहें  टिकी रहेंगी कि पुलिस इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई करती है।

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