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UP: अयोध्या में 500 साल बाद उल्लास का दौर लौटा, रामलला के लिए शिवसेना नेता ने PM मोदी से की है ये मांग

Uttar Pradesh: सावन मेले की शुरुआत के दिन कनक भवन, दशरथ महल और मणिराम दास की छावनी से भगवान की प्रतिमाएं मणिपर्वत पर ले जाई जाती हैं और वहां झूला झुलाकर वापस लाई जाती हैं। झूले की बात चली है, तो एक खास झूला और बन रहा है। चांदी का ये झूला रामलला और उनके भाइयों के लिए बनवाया जा रहा है।

PM Narendra Modi

अयोध्या। रामनगरी उल्लास में है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के बाद रामलला के मंदिर का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है। इसका उल्लास तो है ही, मंदिर के भूमिपूजन और शिलान्यास का भी एक साल 5 अगस्त को पूरा होने जा रहा है। इस मौके पर रामलला को नया गिफ्ट देने की तैयारी है। वहीं, शिवसेना के नेता और बाबरी ढांचा ढहाने में आरोपी रहे संतोष दुबे ने रामलला के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से खास मांग कर दी है। इस बार अयोध्या में सावन का मेला धूमधाम से मनाने की तैयारी है। यह मेला शुक्ल पक्ष की तृतीया से शुरू होता है। इस बार यह तिथि 11 अगस्त को पड़ रही है। सावन मेले की शुरुआत के दिन कनक भवन, दशरथ महल और मणिराम दास की छावनी से भगवान की प्रतिमाएं मणिपर्वत पर ले जाई जाती हैं और वहां झूला झुलाकर वापस लाई जाती हैं। झूले की बात चली है, तो एक खास झूला और बन रहा है। चांदी का ये झूला रामलला और उनके भाइयों के लिए बनवाया जा रहा है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट झूला बनवा रहा है। इसमें सावन के महीने में भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को झुलाया जाएगा। ट्रस्ट के अनुसार झूले की नाप-जोख कर ली गई है और इसे बनने के लिए दिया गया है। रामलला को जन्म के बाद झूले पर झुलाया गया होगा, लेकिन बीते 500 साल में पहली बार उन्हें झूले का आनंद दिया जाएगा।

वहीं, इस खास मौके पर शिवसेना के नेता संतोष दुबे ने पीएम मोदी को चिट्ठी भेजकर नई मांग रखी है। उन्होंने रामलला के मंदिर का गर्भगृह सोने से बनवाने की मांग अपनी चिट्ठी में लिखी है। इस पर अगर ट्रस्ट फैसला लेता है, तो रामलला का मंदिर और भव्य रूप लेगा।

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