लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ से बड़ी खबर है। सूत्रों के मुताबिक लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट को बनाने में हुए कथित घोटाले में योगी आदित्यनाथ सरकार अब पूर्व सिंचाई मंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव समेत तमाम अफसरों पर गाज गिराने जा रही है। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने शिवपाल सिंह समेत अफसरों से पूछताछ की मंजूरी योगी सरकार से मांगी है। माना जा रहा है कि जल्दी ही ये मंजूरी दे दी जाएगी। योगी सरकार ने साल 2017 में सत्ता संभालने के बाद गोमती रिवरफ्रंट में हुए कथित घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की संस्तुति की थी। ईडी भी इस मामले की जांच कर रही है।
गोमती रिवरफ्रंट के निर्माण से जुड़े इंजीनियरों पर दागी कंपनियों को काम देने, विदेश से महंगा सामान खरीदने, चैनलाइजेशन में घोटाला करने, नेताओं और अफसरों के विदेश दौरे में फिजूलखर्ची, वित्तीय लेन-देन में घोटाले और नक्शे के मुताबिक काम न कराने के आरोप हैं। इस मामले में 8 इंजीनियर्स के खिलाफ जांच चल रही है। इनमें सिंचाई विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर गोलेश चंद्र गर्ग, एसएन शर्मा, काजिम अली, शिवमंगल सिंह, कमलेश्वर सिंह, रूप सिंह यादव, सुरेंद्र यादव शामिल हैं। ये सभी सिंचाई विभाग के हैं। जबकि, शिवपाल सिंह गोमती रिवरफ्रंट बनते वक्त यूपी के सिंचाई मंत्री रहे थे। गोमती रिवर फ्रंट के लिए सपा सरकार ने 1513 करोड़ मंजूर किए थे। जिसमें से 1437 करोड़ रुपए जारी होने के बाद भी 60 फीसदी काम ही हुआ था। 95 फीसदी बजट जारी होने के बाद भी 40 फीसदी काम अधूरा ही रहा था।
बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने मैनपुरी में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का समर्थन करने का एलान किया है। डिंपल यादव इस सीट से लोकसभा उप चुनाव लड़ रही हैं। इससे पहले ये सीट अखिलेश के पिता और डिंपल के ससुर मुलायम सिंह के पास थी। जिनका बीते दिनों निधन हो गया था। खास बात ये भी है कि यूपी सरकार ने सोमवार यानी बीते कल ही शिवपाल सिंह यादव की जेड श्रेणी की सुरक्षा घटाकर वाई श्रेणी की कर दी थी।