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Lavlesh Tiwari : माफिया अतीक की गैंग ज्वाइन करना चाहता था शूटर लवलेश तिवारी, SIT की जांच में बड़ा खुलासा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सबसे कुख्यात माफियाओं में शुमार रहे अतीक अहमद का साम्राज्य पूरी तरह से नेस्तनाबूद हो गया है। उमेश पाल हत्याकांड में उसके पूरे परिवार की जिंदगी तबाह हो गई। बेटे असद का उसके शूटर के साथ झांसी में STF के एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। इसके कुछ दिन बाद ही साबरमती जेल से प्रयागराज कोर्ट में सुनवाई के लिए लाए गए अतीक और उसके भाई अशरफ की मीडिया के कैमरों के सामने पुलिस कस्टडी में तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी। लेकिन इन हत्यारोपियों में जो सबसे ज्यादा चर्चित चेहरा है वो है लवलेश तिवारी। लवलेश तिवारी के बारे में FIR और उसके फेसबुक प्रोफाइल से जो जानकारी नजर आती है उससे साफ़ जाहिर है कि वो अपराध की दुनिया में नाम कमाना चाहता था। ऐसे ही पुलिस की पूछताछ में इस बात का खुलासा लवलेश तिवारी ने किया है कि प्रयागराज में अतीक से पहले भी मिला था।

लवलेश की इच्छा थी कि वो माफिया का गैंग ज्वाइन करे, वो अतीक अहमद के लोगों के बीच खौफ और वर्चस्व से अत्यधिक प्रभावित था। इसी के चलते वो प्रयागराज में अतीक अहमद के ऑफिस पहुंचा था जिससे किसी तरह उसकी मीटिंग अतीक अहमद से हो जाए। लेकिन वहां वो अतीक से मिला और यहां उसकी मीटिंग अली से हुई। लेकिन कुछ वजहों के चलते वो उस समय गैंग में शामिल नहीं हो पाया था। लवलेश तिवारी अपने आपको ‘शास्त्र वाला ब्राह्मण नहीं बल्कि शस्त्र वाला ब्राह्मण’ कहकर संबोधित करता है।

 

आपको बता दें कि अतीक अशरफ हत्याकांड में उत्तर प्रदेश सरकार ने SIT की टीम जांच के लिए गठित की है। SIT अतीक की हत्या से जुड़े पहलुओं की जाँच के दौरान इन तीनों हत्यारोपियों से पूछताछ में जुटी है। इसी सिलसिले में हाल ही में लवलेश ने एसआईटी को बताया कि जब वो अतीक से मिला तो वो चकिया दफ्तर में सोफे पर बैठा हुआ था और उसके आस पास बंदूक लिए उसके लोग खड़े हुए थे। अतीक के सामने की तरफ बड़े-बड़े कारोबारी और व्यापारी जमीन पर दरी में बैठे हुए थे। अपराध की दुनिया के सबसे बड़े डॉन का ये जलवा देख वो बेहद प्रभावित हुआ था।

 

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