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Punjab: फिर भिड़े नवजोत-कैप्टन, अमरिंदर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिद्ध ने ट्वीट कर दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली। नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंद सिंह के बीच जारी सियासी रार से तो आप लोग वाकिफ ही होंगे। पता ही होगा कि किस तरह हर मसले को लेकर दोनों ही सियासी सूरमा एक-दूसरे पर हमलावर रहते हैं। दोनों ही सियासी सूरसाओं द्वारा दिए गए बयान भी हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। शायद आपको कैप्टन का वो बयान भी याद हो जिसमें उन्होंने सिद्धू का जिक्र कर कहा था कि चाहे कुछ भी हो जाए, मुझे इसके लिए कुछ भी करना पड़े, मैं करने के लिए तैयार रहूंगा, लेकिन सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगा। शायद आपने अगर इस बात पर ध्यान दिया हो कि चन्नी के सीएम की कुर्सी पर काबिज होने के बाद सिद्धू की बौखलाहट कुछ ज्यादा ही बढ़ गई थी। अगर आपको याद हो तो चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद ही सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि वे मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब पाल रहे थे जो मुकम्मल नहीं हो पाया और सिद्धू आउट ऑफ कंट्रोल हो गए , जिसका नतीया क्या हुआ. यह तो हम सब जानते ही हैं।

 

अब इस बीच सिद्धू का ट्वीटर की इस तिस्लमभरी दुनिया में एक ट्वीट काफी वायरल हो रहा है। वायरल होने की पीछे की वजह यह है कि उन्होंने अपने इस ट्वीट में एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला बोला है। जिस पर लोगों के अलग-अलग तरह से रिएक्शन सामने आ रहे हैं। उन्होंने कैप्टन का जिक्र कर अपने ट्वीट में कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी चमड़ी बचाने के लिए पंजाब के हितों को बेच दिया। उन्होंने कैप्टन के संदर्भ में कहा कि  आप पंजाब के विकास और न्याय को रोकने वाली नकारात्मक शक्ति थे। उन्होंने आगे कहा कि हम कांग्रेस 78 विधायक कभी नहीं सोच सकते थे कि हमें क्या मिला है। ईडी ने भाजपा के वफादार मंत्री का नियंत्रित किया। फिलहाल  सिद्धू का यह ट्वीट खासा चर्चा में है। लोग इस पर अलग- अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते नजर आ रहे हैं।

 

यहां देखिए लोगों की प्रतिक्रिया

कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में तो आपको पता ही होगा कि बीते दिनों जिस तरह का सियासी बवाल हुआ है, उसके बाद उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने इससे पहले भी अपने बयान में कहा था कि जब तक सिद्धू पार्टी में रहेंगे वे कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे। वहीं, राजनीति से रूखसत होने के कयासों को वो खुद ही सिरे से खारिज कर चुके हैं। वे साफ कर चुके हैं कि जब तक उनके अंदर कुव्वत बरकरार है, तब तक वे सियासत में सक्रिय रहेंगे।

लिहाजा अब वे अपने सियासी वजूद को महफूज रखने के लिए अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाएंगे,  जो आगे चलकर बीजेपी के साथ गठबंधन करेगी। बता दें कि पंजाब में अगले वर्ष चुनाव होने जा रहा है, जिसे ध्यान में रखते हुए तमाम सियासी दल अपनी गोटियां फिट करने में जुट गए हैं। ऐसे में जाहिर है कि आने वाले चुनाव में कैप्टन और सिद्धू के बीच का जुबानी जंग सियासी गलियारों में चर्चा का विषय रहेगा।

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