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Andhra Pradesh-Odisha: मंदिर की तोड़ीं मूर्तियां, छत्र भी चोरी, पिछले हफ्ते भगवान राम की मूर्ति की गई थी खंडित

Andhra Pradesh sita Staute

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश और ओडिशा दो ऐसे राज्य जहां पिछले कुछ दिनों से मंदिरों में मूर्तियों के तोड़े जाने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला सोमवार को आंध्र प्रदेश से सामने आया। बता दें कि राज्य के विजयवाड़ा में एक सीता मंदिर में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। बता दें कि इस मंदिर में मां सीता की प्राचीन मूर्ति को खण्डित किया गया है। इतना ही नहीं इससे पहले 28 दिसम्बर को विजयनगरम जिले के राम तीर्थम पहाड़ी में मौजूद 400 साल पुराने कोदण्ड राम मंदिर में भगवान राम की मूल मूर्ति को तोड़ दिया गया था। इसके बाद अब पूरे प्रदेश में मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आ रही हैं। इन घटनाओं को लेकर अब राज्य की राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई है। प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल TDP और BJP ने सत्तारूढ़ YSR कांग्रेस की सरकार पर आरोप लगाया है कि राज्य सरकार की उदासीनता की वजह से इन घटनाओं को बल मिला है। इसके अलावा संघ परिवार से जुड़े संगठनों ने यहां तक कह दिया कि चूंकि आन्ध्र प्रदेश के CM दूसरे धर्म का अनुपालन करते हैं इसीलिए वे हिन्दू मंदिरों पर होने वाले हमलों को लेकर चुप हैं।

बता दें कि आंध्र प्रदेश की घटना के अलावा कुछ ऐसे ही मामले ओडिशा से देखने को मिले हैं। बीते 2 जनवरी को ओडिशा में एक मंदिर में देवी सरस्वती, लक्ष्मी की मूर्तियों को कथित तौर पर कुछ अज्ञात अराजक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया। यह घटना ओडिशा के दक्षिणी हिस्से में आंध्र प्रदेश की सीमा से लगे रायगढ़ जिला स्थित हुकुमटोला गांव की है। दावा किया जा रहा है कि यह इलाका मिशनरी गतिविधियों के लिए मशहूर है।

इस मंदिर के पुजारी ने जब अगली सुबह मंदिर में प्रवेश किया तो उन्हें मंदिर खंडित मूर्तियां मिली और छत्र भी चोरी किया हुआ मिला। बता दें कि मूर्तियां तोड़ने वाले उपद्रवियों ने भगवान जगन्नाथ के गहने भी चोरी कर लिए। सोमवार को वार्षिक पुलिस मीट के उद्घाटन कार्यक्रम में CM जगन मोहन रेड्डी ने इन हमलों को लेकर पहली बार कोई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक सोची समझी साजिश के तहत कुछ लोग और राजनैतिक दल सरकार की छवि खराब करने के मकसद से इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

सीएम जगन नेआरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि राजनैतिक रोटियां सेंकने के लिए इन लोगों ने मंदिरों और देवताओं को भी नहीं छोड़ा। CM जगन मोहन रेड्डी ने  इस मामले में तकरीबन 15 मिनट तक अपनी बात रखी और कई ऐसी मिसाल दी कि जिस दिन सरकार की ओर से जन कल्याण से जुड़ी किसी योजना की घोषणा प्रस्तावित की गई थी उससे ठीक 1 या 2 दिन पहले मंदिरों में हमले की घटनाएं घटीं, जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि कुछ दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म की आड़ में सरकार पर छिपकर हमला कर रहे हैं ऐसी ताकतों का सामना करना जरुरी है। आंध्र सरकार ने कोदण्ड राम मंदिर में हुई घटना के CID जांच के आदेश दिये हैं।

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