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Social Media: दर-दर भटक रही दीपा को सोशल मीडिया ने उसके परिवार वालों से मिलाया, 6 साल बाद मिली महिला

नई दिल्ली। सोशल मीडिया आज की दुनियां की जरूरत बन गया है। सोशल मीडिया के मुख्यत: दो प्रकार से हमारे जीवन में प्रभाव डालता है।पहला है सकारात्मक और दूसरा नकारात्मक, आज का सोशल मीडिया आम जनमानस के जीवन में अपना प्रभाव डाल रहा है। आज हम सोशल मीडिया के एक उपयोगी पहलू पर बात करने जा रहे हैं। जी हां, सोशल मीडिया ने एक बिछड़े परिवार को करीब छह साल के बाद अपनो से मिला दिया। ये कहानी उत्तराखंड के चमोली जिले की रहने वाली दीपा की है। चमोली की दीपा अपने पति की मौत के बाद अपने परिवार से गायब हो गई। इसके लिए परिवार वालों ने दीपा की हर जगह तलाश की लेकिन वह नहीं मिल पाई। पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई, बावजूद इसके वो अपनो से गायब ही रही। इसके बाद दीपा की और उसके परिवार वालों की जिंदगी में एक नया मोड़ आया। ये रियल कहानी आपको कुंभ का बिछड़ा हुआ लाइन की याद दिला देगी।

सोशल मीडिया ने दीपा को उसके परिवार से मिलाया

यूपी की मेरठ की खरखौदा पुलिस को एक महिला के बारे में सूचना मिली कि वो गंभीर हालत है। इसके बाद खरखौदा पुलिस जब इस महिला के पास पहुंचती है तो उस वक्त वो सोई हुई मिलती है। इसके बाद पुलिसकर्मी उनको अस्पताल ले गई। इसके बाद महिला अपने घर का नाम पता या किसी सदस्य का नाम बनाने में असमर्थ थी। हांलाकि इसके बाद पुलिस ने उस महिला को वृद्धाश्रम में रखने का निर्णय लिया। इस दौरान मेरठ पुलिस सोशल मीडिया ग्रुप ने उत्तराखंड व दिल्ली में महिला की फोटो सोशल मीडिया पर साझा किया। इसका असर इतना शानदार रहा कि खरखौदा पुलिस के पास उत्तराखंड के चमोली से फोन आता है। इसके बाद क्या था, बस देखते ही देखते इस महिला की पहचान हुई। पता चला कि दीपा चमोली की रहने वाली है। इसके बाद दीपा का परिवार मेरठ आया और इस दौरान उन लोगों ने इसकी पहचान कर ली। इसके बाद इस दीपा के उसके परिवार वाले अपने घर ले गए।

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