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Maharashtra: महाराष्ट्र में सपा नेता अबू असीम आजमी का राज ठाकरे को सीधा चैलेंज, कहा ‘पुलिस हटा दो, फिर देखो क्या होता है’

नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता अबू असीम आजमी ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे को खुलेआम चुनौती दी है। वोट जिहाद और मस्जिदों के लाउडस्पीकर के मुद्दों पर आजमी ने कहा कि अगर राज ठाकरे में हिम्मत है तो पुलिस हटाकर मस्जिद में घुसें और खुद लाउडस्पीकर उतारकर दिखाएं। आजमी ने तल्ख अंदाज में कहा, “मरता क्या नहीं करता, हिम्मत है तो आओ और देखो।”

वोट जिहाद पर प्रतिक्रिया

वोट जिहाद पर सवाल उठाते हुए अबू आजमी ने कहा कि 2014 के पहले किसी लड़की का बुर्का उतारने की कोशिश नहीं की जाती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम समाज पर अत्याचार बढ़े हैं और गरीब मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उनका कहना है कि मुसलमानों को जबरन ‘जय श्रीराम’ बोलने पर मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान को मानने वाले सभी लोग इन अत्याचारों के खिलाफ हैं और अब जनता को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता।

एमवीए मुस्लिम लीग नहीं: अबू आजमी

एमवीए को मुस्लिम लीग के फतवे से जोड़ने पर आजमी ने स्पष्ट किया कि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) मुस्लिम लीग नहीं है, यह मुसलमानों की पार्टी भी नहीं है। एमवीए में कांग्रेस, शरद पवार और उद्धव ठाकरे जैसे नेता हैं जो देश के हित में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई मुस्लिम पार्टी नहीं है और जो लोग मुस्लिमों पर जुल्म करते हैं, उनसे वोट की अपेक्षा नहीं की जा सकती। उन्होंने पूछा, “जिहाद शब्द का इतना गलत इस्तेमाल कब तक होगा?”

राज ठाकरे को दी चुनौती

राज ठाकरे द्वारा लाउडस्पीकर पर दिए गए बयान पर आजमी ने कहा कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे की सरकार कभी नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि कोई कानून का उल्लंघन नहीं कर सकता, और अगर किसी में हिम्मत है तो पुलिस हटाकर मस्जिद में घुसकर लाउडस्पीकर उतार कर दिखाए। आजमी ने यह भी कहा कि उन्होंने कभी मंदिर में लाउडस्पीकर उतारने की धमकी नहीं दी है, इसलिए इस तरह की बातों को बेवजह तूल न दिया जाए।

योगी-मोदी पर निशाना

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बटेंगे तो कटेंगे बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आजमी ने कहा कि “जुड़ेंगे तो मजबूत होंगे, नेक होंगे और भारतवर्ष को भी मजबूत करेंगे।” उन्होंने कहा कि मोदी और अमित शाह जैसे नेता विकास के मुद्दों पर बात नहीं करते, और मुसलमानों के पीछे पड़े रहते हैं। उन्होंने एमवीए को छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों का अनुयायी बताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ये लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

वक्फ की जमीन पर विवाद

वक्फ की जमीन के मुद्दे पर अबू आजमी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की जमीनों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि ये जमीनें हमारे बुजुर्गों ने यतीमखानों और मस्जिदों के लिए दी थीं, लेकिन सरकार ने उन पर कब्जा कर सरकारी दफ्तर खोल दिए हैं। आजमी ने इसे पोलराइजेशन की राजनीति का हिस्सा बताया और दावा किया कि केंद्र सरकार केवल दो बैसाखियों पर टिकी हुई है, जो हटा ली गईं तो यह सरकार गिर जाएगी।

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