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TV Debate: सपा नेता ने दिया मदरसों पर ज्ञान, तो एंकर रूबिका ने दागा ऐसा सवाल कि अजीज खान की हो गई बोलती बंद

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में मदरसों के सर्वे को लेकर अब सियासत तेज होने लगी है। एक तरफ जहां कई लोग इस फैसले को सही बता रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता इस पर अपनी सियासत चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। ओवेसी ने मदरसों के सर्वे को लेकर सवाल उठाए हैं। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि ये सरकार सिर्फ मदरसों को ही टारगेट कर रही है। इसी मुद्दे को लेकर आज ABP न्यूज के Hunkar कार्यक्रम में एक डिबेट रखी गई थी। इस डिबेट को वरिष्ठ एंकर रूबिका लियाकत होस्ट कर रही थीं। इस दौरान ‘सपा’ के प्रवक्ता अजीज खान भी मौजूद थे और उन्होंने मदरसों के विकास को लेकर सवाल खड़े किए। ऐसे में उन्हें शो की एंकर रूबिका लियाकत ने जमकर लताड़ा।

आपके कितने बच्चों ने मदरसों से पड़ा है- रूबिका लियाकत 

डिबेट के दौरान एंकर रूबिका लियाकत ने सपा के प्रवक्ता अजीज खान से सवाल पूछा कि मदरसों के मॉडर्नाइजेशन से किसको दिक्कत हो सकती है? इसका जवाब देने में वैसे तो अजीज खान को देर लग गई। लेकिन बाद में उन्होंने मदरसों से पढ़े कुछ महान लोगों के नाम रूबिका लियाकत को गिनाए। रूबिका ने इसके बाद करीब दो या तीन बार इन लोगों के नाम दोहराने की बाद अजीज खान से पूछी और अजीज खान भी उनका नाम बताते रहे। इसके बाद रूबिका ने एक ऐसा सवाल दागा जिससे पूरी तरह से सपा प्रवक्ता फंसते हुए नजर आए। दरअसल, रूबिका ने अजीज खान से पूछा कि ठीक है यदि आप इतने ही महान लोगों के नाम गिना रहे हैं तो आप ये बताइए कि आपको कितने बच्चे मदरसे से पढ़ाई करते हैं? रूबिका लियाकत के इस सवाल के बाद अजीज खान बूरी तरह से लपेटे में आ गए। बाकी का हिस्सा आप वीडियों में देख सकते हैं।

इस वक्त देश में मदरसों के जहां पर भी विकास की बात हो रही है, तो ऐसे में कोई ना कोई नेता इसे गलत बताकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का काम कर रहा है। इसी मुद्दे पर ये डिबेट भी रखी गई थी। एक अन्य टीवी चैनल में एआईएमआई ने प्रमुख असदद्दीन ओवेसी ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार को सर्वे करना है तो अन्य शिक्षण संस्थानों के भी कराए। आप लोग सिर्फ एक समुदाय विशेष की जगहों पर सर्वे करा रहे हैं। फिलहाल अब ओवैसी के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर भी सियासत हो सकती है। आने वाले दिनों में यह देखना बाकी होगा कि यह मुद्दा किस ओर करवट लेता है।

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