नई दिल्ली। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के प्रमुख अरुण कुमार सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं। एसपीजी प्रमुख अरुण कुमार का दिल्ली में निधन हो गया है। हालांकि अरुण कुमार की मौत कैसे हुई, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। खबर सामने आने के बाद से विभाग में गम का माहौल है। हर कोई नम आंखों से अरुण कुमार सिन्हा को विदाई दे रहा है। बता दें कि सिन्हा 1997 केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे थे और 2016 से एसपीजी निदेशक के तौर पर काम कर रहे थे।
कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे सिन्हा
अरुण कुमार सिन्हा के करियर की बात करें तो उन्होंने अपनी पढ़ाई झारखंड से की और अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उन्होंने सिर्फ और सिर्फ केरल में ही अलग-अलग पदों और रैंक पर काम किया। उन्होंने केरल पुलिस के डीसीपी कमिश्नर, इंटेलिजेंस आईजी और तिरुवनंतपुरम में बतौर प्रशासन आईजी के पदों पर काम किया। उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल गयूम की हत्या का केस भी सुलझाया और केस के आरोपी को दिल्ली से पकड़ा। उस वक्त सिन्हा केरल के कानून और व्यवस्था प्रभारी के पद पर थे।
मिल चुके हैं कई पदक
अपने करियर में सिन्हा ने कई गुत्थी को सुलझाया। उन्होंने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ईमेल से जरिए धमकी देने और लेटर बम कांड का केस भी सुलझाया था। इसके अलावा सिन्हा ने ही राज्य में क्राइम स्टॉपर प्रणाली की नींव रखी थी। उनको अपने सराहनीय कामों के लिए कई पदकों और पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।