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Lucknow University: छात्र ने प्रोफेसर को मारा थप्पड़, काशी विश्वनाथ मंदिर पर की गई इस विवादित टिप्पणी से खफा था विधार्थी

Lucknow University: ध्यान रहे कि इससे पहले प्रोफेसर की तरफ से यूनिवर्सिटी के 12 छात्रों से अपने परिवार के सदस्यों को जान का खतरा बताया गया था। प्रोफेसर ने अपनी जान की सुऱक्षा को ध्यान में रखते हुए इन छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई थी।

नई दिल्ली। चलिए, छोड़िए, सियासत से तो जुड़ी न जाने कितने ही मसले आप रोजाना पढ़ते या सुनते होंगे। आज हम आपको लखनऊ यूनिवर्सिटी लिए चलते हैं। जहां हिंदी के प्रोफेसर रविकांत को यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र ने थप्पड़ मार दिया है। प्रोफेसर ने खुद यूनिवर्सिटी प्रशासन को पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी दी है। मारने वाले छात्र का नाम कार्तिक पांडे है। हालांकि, अभी तक छात्र के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब ऐसे में देखना होगा कि इस कृत्य को ध्यान में रखते हुए छात्र के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। फिलहाल हम आपको उस मामले के बारे में बताए चलते हैं, जिसकी वजह से प्रोफेसर को थप्पड़ मारा गया है।

जानिए पूरा माजरा

दरअसल, प्रोफेसर रविकांत पर आरोप है कि उन्होंने काशी विश्ननाथ मंदिर को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके मद्देनजर उनके खिलाफ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था और उब उन्हें थप्पड़ मारे जाने का मामला सामने आया है। प्रोफेसर ने कांग्रेसी नेताओं संग हुई बहस में काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि मुगल शासक औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर को महज इसलिए ध्वस्त कर दिया था, क्योंकि वहां कथिततौर पर व्यभिचार हुआ था। जिसकी वजह से उसे ध्वस्त कर दिया गया था। प्रोफेसर के इसी बयान पर पहले तो उनके खिलाफ छात्रों का रोष सामने आया था और अब उन्हें थप्पड़ मारे जाने का मामला सामने आया है। बता दें कि अपनी शिकायत में प्रोफेसर रविकांत ने कहा कि मैं दोपहर करीब 1 बजे क्लास लेने जा रहा था। तभी कार्तिक पांडे नाम के छात्र ने मुझपर जानलेवा हमला किया। वहां मौजूदा छात्रों ने हालात को संभालने की कोशिश की। प्रोफेसर के मुताबिक, उन्हें इस बात की आशंका काफी पहले ही हो चुकी थी कि उनके ऊपर हमला हो सकता है और आखिरकार हुआ भी यही। उधर, सपा ने कार्तिक पांडे को बाहर का रास्ता दिखा दिया। बता दें कि कार्तिक सपा के छात्र इकाई से जुड़ा नेता भी था। लेकिन उसके उक्त कुकृत्य को ध्यान में रखते हुए अब उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

ध्यान रहे कि इससे पहले प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी के 12 छात्रों से अपने परिवार के सदस्यों को जान का खतरा बताया गया था। प्रोफेसर इन छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी। लेकिन अब जब प्रोफेसर पर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र ने जानलेवा हमला किया है, तो उस छात्र के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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