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Mahua Moitra: Cash For Query मामले में TMC सांसद महुआ मोइत्रा को भेजा गया समन, इस दिन होना होगा पेश

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नई दिल्ली। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को कैश फॉर क्वेरी मामले में आगामी 2 नवंबर को लोकसभा की आचार समिति (एथेक्स कमेटी) के समक्ष पेश होना होगा। उन्हें बीते 18 अक्टूबर को समन भेजा गया था, जिसमें उन्हें 2 नवंबर को कमेटी के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया था। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया था कि आगे तारीख नहीं बढ़ाएंगे। महुआ को किसी भी कीमत में कमेटी के समक्ष पेश होना होगा। उधर, महुआ ने इस संदर्भ में मीडिया को बताया था कि मुझे तो समन की जानकारी टीवी चैनलों के जरिए मिल रही है। मुझे अभी तक इस संदर्भ में कोई आधिकारिक परिपत्र नहीं भेजा गया है। आइए, आगे हम आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

जानें पूरा माजरा

बता दें कि बीते दिनों बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में व्यापारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर उनके हित में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। हालांकि, महुआ ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया था। महुआ ने स्पष्ट कर दिया था कि मेरे ऊपर इस तरह के आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं, क्योंकि बीते दिनों मैंने संसद में अडानी प्रकरण को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कुछ तीखे सवाल पूछ लिए थे, जिसे लेकर सरकार बर्दाश्त नहीं कर पा रही है।

उधर, बाद में इस पूरे प्रकरण में व्यापारी दर्शन हीरानंदानी की भी प्रतिक्रिया सामने आई, जिसमें उन्होंने महुआ द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि कर दी है। हीरानंदानी ने अपने पत्र में स्पष्ट कर दिया कि महुआ अपने फायदे के लिए मुझसे नजदीकियां बढ़ा रही थी। हालांकि, इस बात में कोई दो मत नहीं है कि पहले हम दोनों एक अच्छे दोस्त थे, लेकिन बाद में जब मुझे लगा कि महुआ मेरा अनुचित उपयोग करने का प्लान बना रही है, तो मैंने उससे दूरी बना ली। ध्यान दें, दर्शन हीरानंदानी द्वारा महुआ पर लगे आरोपों की पुष्टि किए जाने के बाद टीएमसी सांसद की मुश्किलें बढ़ गईं, तो वहीं बीजेपी को उन पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया।

एकजुट हुए विपक्ष

वहीं, इस पूर मामले ने विपक्ष को एकजुट कर दिया। सभी विपक्षी एकजुट होकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। सभी का कुल मिलाकर यही कहना है कि महुआ को अडानी पर मोदी सरकार की घेराबंदी करने की वजह से निशाने पर लिया जा रहा है। हालांकि, एथेक्स कमेटी ( आचार समिति) की पूछताछ में महुआ ने यह बात स्वीकार किया था कि उन्होंने दर्शन हीरानंदानी को लोकसभा आईडी और पासवर्ड दिया था। बहरहाल, इस पूरे मुद्दे को लेकर राजनीति का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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