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दीप सिद्धू पर सनी देओल का ट्वीट, कहा- मेरा या मेरे परिवार का उससे कोई संबंध नहीं…

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नई दिल्ली। गुरदासपुर के सांसद और बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल (Sunny Deol) के करीबी माने जाने वाले दीप सिद्धू (Deep Sidhu) 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेता के लिए चुनाव प्रभारी थे। पिछले साल दिसंबर में देओल ने सिद्धू से दूरी बना ली थी। वहीं, एक बार फिर सनी देओल मे दीप सिद्धू को लेकर कहा है कि उनसे उनका और उनके परिवार का कोई लेना-देना नहीं हैं।

सनी देओल ने ट्वीट कर दीप सिद्धू को लेकर सफाई दी है। उन्होंने लिखा, ”आज लाल किले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है, मैं पहले भी, 6 दिसंबर को, ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है। जय हिन्द।”

बता दें कि मंगलवार को किसान रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया। साथ ही वहां काफी हुड़दंग भी मचाया। इस दौरान वहां दीप सिद्धू मौजूद रहे। मंगलवार को लालकिले में घुसकर 17वीं सदी के स्मारक पर झंडे फहराने वाले किसानों के समूह में शामिल थे।

राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को भड़की हिंसक झड़पों में कम से 83 पुलिसकर्मी और कई किसान घायल हो गए। मध्य दिल्ली में आईटीओ चौराहे के पास नाका मारने के बाद ट्रैक्टर में सवार होकर पलट जाने से एक किसान की भी जान चली गई।

दीप सिंद्धू को लालकिला मामले में एनआईए ने किया तलब

इसके अलावा सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) मामले में पिछले हफ्ते नेशनल इन्वेस्टोगेशन एजेंसी (NIA) द्वारा तलब किए गए पंजाबी अभिनेता दीप सिंद्धू मंगलवार को लालकिले में घुसकर 17वीं सदी के स्मारक पर झंडे फहराने वाले किसानों के समूह में शामिल थे। यहां तक कि राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में हिंसक झड़पें हुईं, क्योंकि आंदोलनकारी किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली को लेकर रैली छिड़ गई थी। ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल और कार पर सवार सैकड़ों किसान हाथों में तिरंगा और झंडे लेकर मंगलवार दोपहर लालकिला परिसर में घुस गए। सुरक्षाबलों और पुलिस कर्मियों की संख्या से अधिक संख्या में किसान जल्द ही स्मारक की प्राचीर पर चढ़ गए और वहां अपना परचम लहराया।

सिद्धू ने लालकिले की प्राचीर से पताका को हूसिटिंग करते हुए फेसबुक लाइव भी किया। वीडियो में सिद्धू ने पंजाबी में कहा, हमने विरोध जताने के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हुए लाल किले पर सिर्फ निशान साहिब का झंडा फहराया है। पिछले हफ्ते एनआईए ने सिद्धू को सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) मामले की जांच के सिलसिले में पेश होने के लिए समन भेजा था, जो पिछले साल 15 दिसंबर को दर्ज किया गया था। यहां तक कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने भी सिद्धू से दूरी बनाई और किसानों को लालकिले की ओर ले जाने का आरोप लगाया। एसकेएम ने कहा कि सिद्धू सोमवार रात को एक मंच पर दिखे और भड़काऊ भाषण देकर तोड़फोड़ की।

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