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Delhi: उदयपुर से चला नफरत का खंजर, ‘सर तन से जुदा’ धमकी दिल्ली वाया भोपाल  

नई दिल्ली। ‘सर तन से जुदा’ का जुमला और दशहत भारी धमकियां अब देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंच गई है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक इंजीनियरिंग छात्र को भी ‘सर तन से जुदा’ धमकी भरा मैसेज था। वहीं अब दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले एडवोकेट विनीत जिंदल को भी ‘सर तन से जुदा’ धमकी भरा पत्र मिला है। वहीं मामले की पड़ताल दिल्ली पुलिस कर रही है। सर तन से जुदा करने वाली धमकी देश के अलग-अलग राज्यों से होकर राजधानी दिल्ली तक पहुंच गई है। सुप्रीम कोर्ट के एक वकील को ये जान से मारने वाली धमकी मिली है। बताया जा रहा है कि उन्हें घर पर एक धमकी भरा पर्चा मिला। जिसमें लिखा हुआ था कि अल्लाह का पैगाम है विनीत जिंदल तेरा भी ‘सर तन से जुदा’ जल्द ही करेंगे। हालांकि ये बात अभी तक साफ नहीं हो पाई है कि ये धमकी किसने दी है और क्यों दी है।

लेकिन धमकी देने वाले वकील ने कई बातें साफ की है कि सुबह 8.45 बजे घर पहुंचे तो उन्हें एंट्री गेट पर पर्चा मिला। इस पर्चे में लिखा था सर तन से जुदा करने की धमकी। जिसके एडवोकेट विनीत जिंदल ने 100 नंबर पर पीसीआर कॉल करके पुलिस को इस मामले में इत्तेला दी। वहीं पुलिस को मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है। इसके साथ पुलिस ने ये भी बताया है कि वकील विनीत को पहले से सुरक्षा दी हुई है। उनकी सुरक्षा में एक पीएसओ तैनात किया गया है। मगर इस मामले का चौंकाने वाला खुलासा ये है कि वकील विनीत जिदंल के घर पर सीसीटीवी भी लगा हुआ है। लेकिन उस सीसीटीवी कैमरे में पर्चा फेंकने वाले शख्स का चेहरा नहीं नजर आ रहा है। जबकि विनीत जिदंल का कहना है कि सीसीटीवी कैमरा 24 घंटे चलता है।

बहरल अब पुलिस के लिए मामला चुनौती भरा हो गया है। क्योंकि कुछ सालों पहले गाजियाबाद में एक वकील को ‘सर तन से जुदा’ देने वाली धमकी मिली थी। उसका गुनाह सिर्फ इतना था कि उन्होंने नूपुर शर्मा का समर्थन किया था और कन्हैयालाल की हत्या की निंदा की थी। सिर्फ 24 घंटे पहले भोपाल से एक खबर सामने आई थी जिसका मामला भी ‘सर तन से जुदा’ से जुड़ा हुआ है।

बल्कि इसमें तो ये धमकी मौत के बाद सामने आई। जिसमें लिखा था राठौर साहब बहादुर था आपका बेटा। गुस्ताफ-ए-नबी-इक सजा ‘सर तन से जुदा’। निशंक राठौर के मोबाइल फोन से उनके  पिता को मैसेज भेजा गया था। मगर सवाल ये है कि अगर निशंक राठौर ने खुदकुशी की तो अपने मोबाइल फोन से खुद इस तरीके का मैसेज क्यों भेजा? उस दौर में जब ये नारा नफरत दूसरा नाम बन गया हो। जब इस नारे के साथ-साथ कत्ल के कई मामले सामने आ चुके हो। निशंक की मौत ने पुलिस को बुरी तरह से उलझा दिया। गौरतलब है कि उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद दिन दहाड़े उनकी दुकान में घुसकर कर दी थी। आरोपियों ने उनकी हत्या के बाद सर तन से जुदा का जुमला पड़ा था।

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