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पीएम मोदी को सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी ने कहा धन्यवाद, बोलीं- आपने मां को बहुत आदर सम्मान दिया

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, "सुषमा स्वराज को उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर याद कर रहा हूं। उनके असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण निधन ने सभी को दुखी कर दिया था। उन्होंने निस्वार्थ भाव से भारत की सेवा की। वह विश्व मंच पर भारत के लिए एक मुखर आवाज थीं।"

Bansuri Swaraj and PM Modi

नई दिल्ली। भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की आज पहली पुण्यतिथि है। बता दें कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का पिछले साल 67 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य नेताओं ने सुषमा स्वराज को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने निस्वार्थ भाव से भारत की सेवा की और वैश्विक मंच पर वह देश की मुखर आवाज थीं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, “सुषमा स्वराज को उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर याद कर रहा हूं। उनके असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण निधन ने सभी को दुखी कर दिया था। उन्होंने निस्वार्थ भाव से भारत की सेवा की। वह विश्व मंच पर भारत के लिए एक मुखर आवाज थीं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष छह अगस्त 2019 को सुषमा स्वराज के निधन के बाद आयोजित श्रद्धांजलि सभा का पुराना वीडियो भी शेयर किया। जिसमें वह सुषमा स्वराज के व्यक्तित्व पर बोल रहे हैं।

पीएम के इस ट्वीट के बाद सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी ने पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। बांसुरी ने ट्वीट कर कहा, “धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। आपने सदैव मां को बहुत आदर और सम्मान दिया।”

गृहमंत्री अमित शाह ने सुषमा स्वराज के जीवन को राष्ट्र के लिए समर्पित बताया। उन्होंने कहा, “सुषमा स्वराज को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। सुषमा जी भारतीय राजनीतिक की एक ऊंची हस्ती, उत्कृष्ट सांसद और मुखर वक्ता थीं। जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया। उनके आदर्श आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे।”

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुषमा स्वराज को एक जननेता के तौर पर याद किया। उन्होंने कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री, सरलता व सौम्यता की प्रतिमूर्ति, मृदुभाषी एवं प्रखर वक्ता, पद्म विभूषण श्रीमती सुषमा स्वराज जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन। आप जन जन की नेता थी जिन्होंने सदैव जनसेवा को ही प्राथमिकता दी। राष्ट्र निर्माण में आपके द्वारा किए गए कार्य व संघर्ष अविस्मरणीय रहेंगे।”

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