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Ramcharitmanas Row: रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर घिरे स्वामी प्रसाद मौर्य और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, जानिए क्या हुआ

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स्वामी प्रसाद मौर्य और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर। दोनों ने रामचरितमानस पर विवाद खड़ा किया।

लखनऊ। रामचरितमानस के बारे में विवादित बयान देकर सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर मुश्किल में घिर गए हैं। अयोध्या कोतवाली में दोनों के खिलाफ तहरीर दी गई है। स्वामी प्रसाद मौर्य और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ अयोध्या कोतवाली में अवध सेवा संस्थान के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने तहरीर दी है। कोतवाली इंचार्ज शमशेर बहादुर सिंह के मुताबिक इस मामले में अफसरों से बात करने के बाद कार्रवाई होगी। वहीं, साधु-संतों ने स्वामी प्रसाद को गिरफ्तार करने की मांग कर दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को रामचरितमानस के बारे में विवादित बयान दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने धार्मिक ग्रंथ के कुछ अंशों का हवाला देते हुए ये बयान दिया था। उन्होंने एक इंटरव्यू में रामचरितमानस को बैन करने की मांग की थी। साथ ही कहा था कि इसकी प्रतियां भी जब्त होनी चाहिए। हालांकि, बाद में उनका कहना था कि रामचरितमानस पर बैन की मांग नहीं की है।

इस मामले में सवाल खड़े होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने सफाई देते हुए ये भी कहा था कि रामचरितमानस में कुछ जातियों, वर्गों और वर्णों के बारे में आहत करने वाली बातें हैं। उनको हटाया जाना चाहिए। स्वामी प्रसाद की तरफ से रामचरितमानस के बारे में विवादित बयान आने के बाद तमाम लोगों ने उनपर निशाना साधा था। अब साधु संतों ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हिंदी अखबार दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक प्रयागराज में अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने स्वामी प्रसाद मौर्य और बिहार के शिक्षा मंत्री समेत कई लोगों के रामचरितमानस पर दिए बयान की निंदा की है।

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर। जिन्होंने रामचरितमानस के बारे में विवादित बयान दिया था।

स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा है कि भगवान श्रीराम और रामचरितमानस के बारे में विवादित बयान चर्च प्रायोजित है और वामपंथियों के टूलकिट का हिस्सा है। इसके माध्यम से देश को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है। स्वामी जीतेंद्रानंद ने कहा है कि हिंदुओं की भावनाओं को भड़काया जा रहा है। ताकि हिंदू क्रोधित हों और दुनिया में उनकी छवि को गलत तरीके से पेश किया जा सके। स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने स्वामी प्रसाद को गिरफ्तार करने, उनपर अशांति और दंगा भड़काने की कोशिश के आरोप में जेल भेजने की भी मांग की है।

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