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Swara Bhasker: गाजा की दुर्दशा पर छलका स्वरा भास्कर का दर्द, एक्स पर अपने जन्म बच्चे का जिक्र कर कुछ इस तरह बयां किया दर्द

नई दिल्ली। फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर के बारे में आपको पता ही होगा। वो किसी ना किसी मसले पर खुलकर अपनी राय देती रहती हैं। उनके राय को लेकर आए दिन खबरें बनती रहती हैं, जिसकी वजह से कभी उन्हें आलोचनाएं मिलती हैं, तो कभी तारीफें। आपको बता दें कि स्वरा भास्कर ने समाजवादी पार्टी के नेता फहाद अहमद के साथ कोर्ट मैरिज की। दोनों की दिल्ली में सीएए के दौरान भड़के दंगे के बीच मुलाकात हुई थी, लेकिन बाद में यह मुलाकात कब प्यार में तब्दील हो गई। दोनों में से किसी को भी पता नहीं चला। इसके बाद दोनों ने बिना किसी की परवाह किए हमेशा-हमेशा के लिए एक-दूजे के होने का फैसला किया। दोनों की शादी हुई। इसके बाद दोनों का एक बच्चा हुआ। जिसका नाम राबिया रखा। हालांकि, जब से स्वरा ने अपने दाम्पत्य जीवन की शुरुआत की है, तब से वो किसी भी समसामयिक मसले पर अपनी राय देने से गुरेज ही करती हैं, लेकिन आज उनके अंदर की बेबाकी जाग गई और उन्होंने अपने बच्चे का जिक्र कर हमास और फिलिस्तीन के बीच जारी युद्ध पर अपनी राय साझा की है। आखिर उन्होंने इस विषय पर क्या कुछ कहा है। आगे हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे, लेकिन उससे पहले आइए आपको बता दें कि वर्तमान में इजराइल और हमास के बीच कैसे हालात हैं?

बता दें कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध का सिलसिला जारी है। दोनों पक्षों की ओर से हजारों लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि, पूरी कोशिश की जा रही है कि कैसे भी करके युद्ध पर विराम लगाया जाए, लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि दश्मन देश को भारी कीमत चुकानी होगी। उधर, भारत, अमेरिका सहित अन्य देश इजराइल का समर्थन करने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में अब इजराइल क्या कुछ कदम उठाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। वहीं, भारत में इजराइल और हमास को लेकर प्रतिक्रियाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। इसी बीच अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने इस पूरे मुद्दे पर अपनी राय रखी है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है?

आपको बता दें कि स्वरा भास्कर ने इस पूरे मुद्दे पर एक्स पर पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘किसी भी नई माँ को पता होगा कि कोई भी अपने नवजात शिशु को तृप्ति, शांति और खुशी की भावना के साथ घंटों तक निहार सकता है। मैं अलग नहीं हूं. और मुझे यकीन है कि दुनिया भर की कई माताओं की तरह, जब हम अपने बच्चे को देखते हैं तो जो भावना महसूस होती है, वह अब लगातार भयानक विचारों से प्रभावित होती है, जिन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल होता है। मैं अपनी बच्ची के सोते हुए शांतिपूर्ण चेहरे को देखता रहता हूं और सोचता हूं कि अगर वह #गाजा में पैदा हुई तो मैं उसकी रक्षा कैसे करूंगा और प्रार्थना कर रहा हूं कि वह कभी भी ऐसी किसी स्थिति में न फंसे और फिर सोच रहा हूं कि वह किस आशीर्वाद के साथ पैदा हुई है और वे कौन से अभिशाप के साथ पैदा हुए हैं। गज़ान के बच्चे पैदा हुए थे जिन्हें हर रोज़ कैद के आसमान के नीचे मारा जा रहा है?!? हम जिस शुद्ध बुराई और नैतिक पतन के बीच हैं वह अथाह है! अस्पतालों, राहत आश्रयों, चर्चों में बच्चों पर बिना किसी दंड के बमबारी करना और दुनिया की प्रमुख शक्तियों द्वारा दिया गया लाइसेंस यह संकेत देता है कि हम किस अंधेरे और अन्यायपूर्ण समय में रह रहे हैं। किसी ऐसे ईश्वर से प्रार्थना करना जो सुनेगा, गाजा के बच्चों को और अधिक पीड़ा और मृत्यु से बचाएगा; क्योंकि संसार उनकी रक्षा नहीं करेगा।

वहीं, इजराइल और हमास को लेकर भारत में जारी सियासी मिजाज की बात करें, जहां कुछ राजनेता इजराइल का समर्थन कर रहे हैं, तो वहीं कुछ फिलिस्तीन का समर्थन कर रह हैं। हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से इजराइल को राजकीय समर्थन प्राप्त हो चुका है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से इस पूरे मुद्दे को लेकर भारत में राजनीति गरम है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में इसका गहरा असर पड़ सकता है।

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