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बंद लिफ्ट में तेजपाल ने अपनी सहकर्मी के साथ जो किया उससे उनकी जिंदगी में मचा गया तहलका, अब 8 साल बाद हुए बरी

Tarun Tejpal

नई दिल्ली। साल 2013 में उत्तरी गोवा के एक पांच सितारा रिसॉर्ट में तहलका के पूर्व प्रधान संपादक तरुण तेजपाल पर उनकी ही एक सहकर्मी ने कथित तौर पर बलात्कार करने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में अब तेजपाल कको 8 साल बाद गोवा की एक सेशन कोर्ट ने बरी कर दिया है। बता दें कि उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 341, 342 354ए और 354बी के तहत आरोप तय किए गए। वहीं जब उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया  तो बीते अगस्त में, सुप्रीम कोर्ट ने उनपर लगे आरोपों को खारिज करने से इनकार कर दिया और मामले को छह महीने के भीतर निपटाने का निर्देश दिया। फिलहाल इस केस 2013 में शिकायत दर्ज की गई थी और तेजपाल 2014 से ही जमानत पर चल रहे हैं। आपको बता दें कि सहकर्मी द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद से तहलका के पूर्व प्रधान संपादक तेजपाल की जिंदगी में भी तहलका मच गया था।

साथी महिला पत्रकार का था आरोप

गौरतलब है कि, तरुण तेजपाल पर उनकी ही साथी महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था कि तहलका का एक इवेंट गोवा में हुआ था, इवेंट के दौरान जब रात में वह एक गेस्ट को उसके कमरे तक छोड़कर वापस आ रही थीं, तो इसी होटल के ब्लॉक 7 के एक लिफ्ट के सामने उसे उसके बॉस तरुण तेजपाल खड़े दिखाई दिए। तेजपाल ने गेस्ट को दोबारा जगाने की बात कह अचानक उसे वापस उसी लिफ्ट के अंदर खींच लिया।

आनन-फानन में करने लगे ऐसी हरकत

अंदर आते ही तेजपाल ने आनन-फानन में लिफ्ट के बटन दबाने शुरू कर दिए। साथी पत्रकार का आरोप था कि, तेजपाल के इरादे ठीक नहीं थे। वो चाहते थे कि ना तो लिफ्ट कहीं रुके और ना ही दरवाजा खुले। आरोप के मुताबिक तब तेजपाल ने इसी बंद लिफ्ट में जो कुछ किया, उसके राज खुलने के बाद उनकी जिंदगी में ही तहलका मच गया।

मिली बड़ी राहत

इस मामले में तरुण तेजपाल (Former Editor-in-Chief of Tehelka Magazine Tarun Tejpal) को शुक्रवार को बड़ी राहत मिली है। बता दें कि गोवा की सेशन कोर्ट ने शुक्रवार को कथित यौन उत्पीड़न मामले में तरुण तेजपाल को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है।

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