नई दिल्ली। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) और उनकी टीम ने सिर्फ 7 दिन में सूर्यनगरी में अत्याधुनिक अटल कम्युनिटी कोविड रिलीफ सेंटर (Atal Community Covid Relief Center) तैयार कर दिया है। सोमवार को शेखावत के सानिध्य में शेर सिंह, दीपक और मुन्ना समेत अन्य सफाईकर्मियों ने पूजन कर सेंटर को एम्स की टीम को सौंप दिया।
राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान में करोड़ रुपए की लागत से बने 120 बेड के इस सेंटर में ऑक्सीजन और मॉनिटर जैसी सभी सुविधाएं मौजूद हैं। शेखावत ने कहा कि ये सेंटर जोधपुर एम्स का एक्सटेंशन विंडो है। एम्स की टीम ही यहां मरीजों का इलाज करेगी।
शेखावत ने कहा कि 19 अप्रैल को जिला प्रशासन को हॉस्पिटल बनाने के लिए प्रस्ताव दिया था। जिला कलेक्टर से कहा था कि 1 रुपए से दस करोड़ रुपए तक जो भी खर्च आएगा वो सब हम लोग करेंगे। बकौल शेखावत वो जब एक मई को दिल्ली से जोधपुर लौटे तो पाया कि जोधपुर में एक-एक बेड के लिए लोग रात-रात भर इंतजार कर रहे हैं। लोग परेशान और दुःखी हैं।
कोविड महामारी की दूसरी लहर से उपजे संकट ने चिकित्सा व्यवस्था के लिए अभूतपूर्व चुनौती पेश की है।
इस समय पहली जरूरत साधन जुटाने और संक्रमितों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा देने की है।#Rajasthan#IndiaFightsCorona pic.twitter.com/ZDzJy80Bjm
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) May 10, 2021
शेखावत ने कहा कि उन्हें अत्यंत प्रसन्नता है कि ऐसी विपरीत परिस्थितियों में जब देश में कहीं भी इस तरह का चिकित्सीय संस्थान खड़ा करने के लिए उपकरण, संसाधन नहीं मिल रहे हैं तो सभी मित्रों की सहायता से ये सेंटर इस तरह से खड़ा किया गया है। यहां 120 मरीज ऑक्सीजन और आईसीयू सुविधा के साथ भर्ती हो सकेंगे।
दुनियाभर से साथियों ने किया सहयोग
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में रहने वाले साथियों ने इस सेंटर को बनाने में सहयोग किया है। गैस सिलेंडर दुबई से आए हैं तो मॉनिटर्स लंदन से। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जर्मनी से खरीदे गए हैं। कुल मिलाकर जो चीज जहां से मिली वहां से व्यवस्थाओं को खड़ा करके यह सेंटर बनाया गया है। शेखावत ने कहा कि एम्स डायरेक्टर और हमने बैठकर तय किया है कि टियर वन और टियर टू को हम यहां रखें। गंभीर मरीज जिन्हें वेंटिलेटर की जरूरत है उन्हें आगे एम्स या मथुरादास माथुर अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।