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Chapra Violence News: छपरा में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच तनाव, इस बात पर हुआ बवाल, छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका

नई दिल्ली। बिहार के बेगूसराय और औरंगाबाद के बाद आज छपरा में दो समुदायों के बीच तनाव की खबरें सामने आ रही हैं, जिसके बाद जिला प्रशासन सख्त हो चुका है। एहतियात बरतते हुए प्रशासन की ओर से जहां मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है, जो कि हर गतिविधियों पर नजरें बनाए हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे, क्योंकि आमतौर पर ऐसी स्थिति में असामाजिक तत्व सोशल मीडिया का सहारा लेकर छोटे से तनाव को भी व्यापक रूप देने में सफल हो जाते हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। तो ये मौजूदा स्थिति अभी छपरा के भगवान बाजार इलाके की है, जिसे हमने अक्षरश: बताने की कोशिश की है। आइए, अब जान लेते हैं कि आखिर तनाव किस वजह से हुआ ?

किस वजह से हुआ था तनाव ?

दरअसल, शुक्रवार तड़के पांच बजे मां के दुर्गा के विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच किसी बात को लेकर तनाव हो गया, लेकिन बाद में इस तनाव ने हिंसा का रूप धारण कर लिया, जिसके बाद पथराव भी हुआ। बता दें कि इस पथराव की जद में आकर अब तक पांच लोगों के घायल होने की खबर सामने आ चुकी है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है, लेकिन अभी इस आंकड़े को अंतिम मान लेना उचित नहीं रहेगा, क्योंकि बताया जा रहा है कि घायलों की संख्या मे इजाफा दर्ज किया जा सकता है। उधर, पुलिस ने बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया है कि इस पथराव में संलिप्त किसी भी शरारती तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला, डीएसपी संतोष कुमार, भगवान बाजार थानाध्यक्ष रंजीत कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। फिलहाल, राहत की बात यह है कि मौजूदा स्थिति काबू में है। कहीं से भी कोई हिंसात्मक खबर सामने नहीं आई है।

बेगूसराय और औरंगाबाद में भी हुआ था बवाल

बता दें कि बीते गुरुवार को दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान बवाल की खबरें बेगूसराय और औरंगाबाद से भी सामने आई थी, जिसके बाद दोनों जनपदों के डीएम ने संयुक्त बैठक की। बैठक में सभी से शांति बनाए रखने की अपील की गई। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया कि अगर को भी हिंसात्मक गतिविधि में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी विधिक कार्रवाई की जाएगी, लेकिन आपको बता दें कि अब छपरा से हिंसा की खबरें सामने आने के बाद एक बात तो साफ हो गई कि इस बैठक का किसी पर कोई असर नहीं पड़ा है। अब ऐसे में इन पूरे मामलों को संज्ञान में लेने के बाद प्रशासन की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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