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Pitbull Attack: गाजियाबाद में फिर सामने आया पिटबुल के हमले का मामला, अब 11 साल की बच्ची को बनाया निशाना

Pitbull Attack in Ghaziabad

नई दिल्ली। ज्यादातर लोगों को जानवर पालना पसंद होता है। वैसे तो आज कल लोग बिल्ली, सांप, कछुआ, छिपकली तक पालने लगे हैं लेकिन इन सभी में ज्यादा लोगों को जिस जानवर को पालना पसंद है वो है कुत्ता…। कुत्ते को सबसे ज्यादा वफादार माना जाता है। कहा तो ये भी जाता है कि कुत्ता एक ऐसा पालतू जानवर है जो अपने मालिक के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर देता है। हालांकि अब लोग ऐसे-ऐसे हिंसक कुत्तों की ब्रीड को घरों में पालने लगे हैं जो काफी खतरनाक होते हैं। पिटबुल को दुनिया के सबसे खतरनाक कुत्तों में से एक माना जाता है लेकिन लोगों में इसे पालने का क्रेज इतना बढ़ा है कि वो इस हिंसक प्रवृत्ति के जानवर को अपने घरों में पालने लगे हैं। इससे वो न केवल अपनी जिंदगी को खतरे में डालते हैं बल्कि दूसरों को भी मुसीबत में डाल रहे हैं।

ये (पिटबुल) एक ऐसी नस्ल का कुत्ता है जो लोगों पर कभी भी हमला कर देता है। बीते कुछ समय से भी भारत में ऐसा मामले देखने को मिल चुके हैं जब पिटबुल ने अपने ही मालिक पर हमला कर दिया हो। इसी साल जुलाई महीने में लखनऊ में पिटबुल अटैक का पहला मामला सामने आया था। इस दौरान पिटबुल ने अपनी ही 82 साल की मालकिन को इतनी बुरी तरह से नौंचा था कि उसकी मौत ही हो गई थी।

इस घटना के बाद से ही पिटबुल कुत्ते द्वारा लोगों पर हमले के कई मामले सामने आए। अब एक बार फिर गाजियाबाद में पिटबुल के हमले का ताजा मामला सामने आया है। घटना गाजियाबाद के वैशाली की है। यहां वैशाली के रामप्रस्था ग्रीन्स सोसायटी में रहने वाली 11 साल की बच्ची पर पिटबुल कुत्ते ने हमला कर दिया। कहा जा रहा है कि बच्ची पार्क में खेलने जा रही थी। तभी खुले घूम रहे पिटबुल ने बच्ची पर हमला कर दिया। हालांकि गनीमत ये रही कि बच्ची पर हमले के दौरान वहां कुछ लोग मौजूद थे जिन्होंने मौका रहते ही बच्ची को कुत्ते से बचा लिया।

 

पिटबुल के हमले के बाद बच्ची को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसे प्राथमिक इलाज दिया गया लेकिन यहां सोचने वाली बात ये है कि जब एक के बाद एक पिटबुल हमले के इतने मामले सामने आ रहे हैं। दुनिया के करीब 41 देशों में पिटबुल की हमलावर प्रवृत्ति की वजह से इसे पालने पर बैन लगा हुआ है तो लोग फिर क्यों इसे पालने में लगे हुए हैं।

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