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Yogi Adityanath 50th Birthday: अजय सिंह बिष्ट से महंत योगी आदित्यनाथ बनने तक का सफर, जानिए बुलडोजर बाबा की पूरी कहानी…

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नई दिल्ली। योगी आदित्यनाथ, एक ऐसा नाम जिसे आज देश का बच्चा-बच्चा जानता है। आज योगी आदित्यनाथ को देश के लोग मुख्यमंत्री के रुप में सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ का नाम देश के लोकप्रीय नेताओं में शुमार है। उनकी लोकप्रियता कुछ ही सालों में इस कदर बढ़ी कि आज विदेशों में भी योगी और उनके कार्य के मॉडल की चर्चा जोर पकड़ रही है। योगी आदित्यनाथ के बारे में आज चर्चा करने का कारण उनके आज हो रहे जन्मदिन के कारण है। योगी आदित्यनाथ आज 50 वर्ष के हो गए हैं। 50 वर्ष की इस उम्र में उन्होंने बहुत से संघर्ष और सफलताएं देखी हैं। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश आने तक उनकी जिंदगी में अच्छे और बुरे दोनों दिन देखे हैं। योगी आदित्यनाथ को एक खास बात जो और नेताओं से अलग बनाती है, वो हैं उनका हर परिस्थितियों में काम करने का अनुभव।

आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रुप में योगी सूबे को लोगों की आकांक्षाओं में खरे उतरने का काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश कभी गैंगवार, माफियाराज और दंगे फसाद का राज्य बन कर रह गया था, लेकिन आज देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश हर नए दिन के साथ सफलता की राह से आगे बढ़ रहा है।

योगी का राजनीतिक जीवन

योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 1998 में गोरखपुर से हुई। तब वह मात्र 26 साल की उम्र के थे और इस छोटी सी उम्र में ही गोरखपुर से सांसद बन गए। योगी आदित्यनाथ के गुरु रहे अवैद्यनाथ ने साल 1998 में ही राजनीति से संन्यास ले लिया था और अपने शिष्य यानी योगी को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। 1998 में पहली बार सांसद बनने के बाद, 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई तो उस वक्त योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से पांचवी बार लोकसभा सांसद के चुने जा चुके थे।

अजय सिंह बिष्ट से योगी बनने तक का सफर

योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 में उत्तराखंड के पंचुर गांव में हुआ था। वो एक गढ़वाली क्षत्रिय परिवार से संबंध रखते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि जब योगी आदित्यनाथ का जन्म हुआ था, तब उनका नाम अजय सिंह बिष्ट था। योगी के पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट था। उनके गांव वाले बताते हैं कि अजय सिंह बिष्ट बचपन से ही तेज तर्रार थे। साल 1992 में हुए राम मंदिर आंदोलन से योगी आदित्यनाथ काफी प्रभावित हुए। इसके बाद उन्होंने 1994 में सार्वजनिक जीवन त्याग दिया और सन्यासी हो गए। ये वहीं वक्त था जब यूपी के सीएम के जीवन के बहुत बड़ा बदलाव आया। इसके बाद ही वे अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ बन गए।

योगी के नाम यूपी राजनीति के अनोखे रिकॉर्ड

योगी आदित्यनाथ ने साल 2017 में जनता के समर्थन से देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी। इसके बाद 2022 में भी रिकार्ड मतों के साथ योगी ने दोबारा यूपी में भाजपा की सरकार बनाई और दोबारा सीएम की कुर्सी पर विराजमान हुए। अपने मुख्यमंत्री रहते हुए योगी आदित्यनाथ ने यूपी की राजनीति के कई मिथक भी तोड़ दिए। इसमें पहला ये है कि यूपी की राजनीति में आज तक कोई भी शख्स दो बार सीएम नहीं बना, लेकिन 2022 में योगी ने दोबारा सीएम बन कर यह मिथक तोड़ दिया। दूसरा ये कि बीते 30 सालों में यूपी की सत्ता में जो भी मुख्यमंत्री नोएडा जाता है, उसके हाथ से फिर सीएम की कुर्सी चली जाती है, लेकिन इस मिथक को भी योगी के मैजिक ने तोड़ दिया।

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