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CoE: इस वजह से क्रैश हुआ था CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर, 14 लोगों ने गंवाई थी जान

bipin rawat

नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ CDS जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश की जांच पूरी हो गई है। एक टीवी चैनल ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि जांच रिपोर्ट में मौसम की खराबी को इस क्रैश का जिम्मेदार माना गया है। क्रैश की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की कमेटी कर रही थी। उनकी रिपोर्ट को लीगल विंग के पास कानूनी सलाह के लिए भेजा गया है। टीवी चैनल के मुताबिक जल्दी ही जांच रिपोर्ट को वायुसेना को सौंपा जाएगा। इसके बाद ही रिपोर्ट सार्वजनिक की जा सकती है। उधर, सरकार ने अब तक नए सीडीएस की नियुक्ति पर कोई फैसला नहीं किया है। माना जा रहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सरकार इस दिशा में कदम बढ़ाएगी।

बता दें कि 8 दिसंबर 2021 को जनरल रावत अपनी पत्नी और अन्य सेनाधिकारियों के साथ तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस से वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से वेलिंगटन के डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वहां सेनाधिकारियों को उन्हें संबोधित करना था। रास्ते में नीलगिरि की पहाड़ियों पर उनका हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। इस हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 12 अन्य लोगों का निधन हो गया था। हादसे के बाद ये सवाल उठ रहे थे कि किसी साजिश के तहत हेलीकॉप्टर क्रैश तो नहीं कराया गया। इस साजिश की आशंका कई पूर्व सेनाधिकारियों ने भी जताई थी।

जांच कमेटी ने इस हादसे की जांच के लिए मौके का निरीक्षण किया था। कमेटी ने संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए थे। एक मोबाइल के उस वीडियो की जांच भी की गई, जिसमें हादसे से ठीक पहले हेलीकॉप्टर दिख रहा था। हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स का डेटा भी जांचा गया था। टीवी चैनल के मुताबिक जांच कमेटी को लग रहा है कि खराब मौसम के कारण पायलट डिसओरिएंट हो गए होंगे। यानी उन्हें पता नहीं चला होगा कि आगे क्या करना है। इसके बाद हादसा हो गया। तकनीकी भाषा में इसे CFIT यानी कंट्रोल्ड फ्लाइट टू टरेन कहते हैं।

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