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Watch Video: Zoom पर हुई ऑफिस की मीटिंग में इस शख्स ने बोल दिया हिंदी, तो भड़क गए दूसरे लोग, फिर जो हुआ…!

नई दिल्ली। बड़े अफसोस की बात है कि जिस मुल्क में हम रहते हैं, वहां विवादों की कमी नहीं है। कभी धर्म को लेकर विवाद तो कभी सरहद तो कभी संस्कृति तो कभी-कभी पोशाक को लेकर भी विवादों का बाजार गुलजार हो जाता है। इतना ही नहीं, कभी-कभी ये विवाद तो हिंसा का चौगा भी ओढ़ लेते हैं। शायद याद हो आपको बीते दिनों हिजाब को लेकर कैसे लोगों के बीच जुबानी जंग छिड़ गई थी। जहां कुछ हिजाब के पक्ष में थे, तो वहीं कुछ हिजाब की मुखालफत कर रहे थे। खैर, अब एक बार फिर से विवादों का बाजार गुलजार हो चुका है, लेकिन इस बार विवाद भाषा को लेकर है।

जी हां…यूं तो भाषाई विवाद कोई नया नहीं है। भाषाई विवाद का जन्म देश की आजादी के बाद से ही शुरू हो गया था, जहां एक तरफ हिंदी जमात से जुड़े लोग हिंदी की पैरोकारी करने में मशगूल हो गए, तो वहीं दक्षिण संभाग से जुड़े लोग अंग्रेजी की। वहीं, अंग्रेजी भाषा एक व्यवसायिक भाषा के रूप में पहचान बनाने में सफल रही, जो कि हिंदी ना कर सकी, जिसका नतीजा है कि आज भी लोगों को अपने जीवन में बेहतर करने के लिए अंग्रेजी का सहारा लेना पड़ता है। वहीं, अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद मन ही मन सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया है कि आप भाषाई विवाद के संदर्भ में ऐसी भूमिकाएं बुने जा रहे हैं। आखिर माजरा क्या है? जरा कुछ खुलकर बताएंगे, तो आइए आगे हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, नए साल से एक दिन पहले यानी की आज एक वीडियो ट्विटर पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा रहा है कि कैसे कुछ लोग भाषा को लेकर आपस में भिड़ रहे हैं। यह वीडियो में किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी के जूम मीटिंग का मालूम पड़ता है, जिसमें लोग आपस में कंपनी को लेकर मीटिंग कर रहे हैं। तभी मीटिंग में शामिल एक शख्स हिंदी में बात करना शुरू कर देता है, जिस पर अन्य लोग आपत्ति जताते हैं और उससे अपील करते हैं कि अंग्रेजी में बात करें। इसके बाद वो शख्स अंग्रेजी में बात करना शुरू कर देता है, लेकिन इस बीच कुछ लोग इस पर आपत्ति जताते हैं। इस तरह मीटिंग में शामिल दो तरह के गुटों का उदय हो जाता है।

यहां देखिए लोगों की प्रतिक्रिया 

एक गुट हिंदी पैरोकारी करता है, तो दूसरा अंग्रेजी की। इस बीच मीटिंग में शामिल एक शख्स कहता है कि हमें इस तरह के निर्मूल विषयों पर बहस करके अपना बहुमूल्य समय जाया नहीं करना चाहिए। इसके बाद यह वीडियो समाप्त हो जाता है, लेकिन इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर एक बार फिर से भाषा को लेकर विवादों का बाजार गुलजार कर दिया है। आपको बता दें कि बीते दिनों डीएमके नेता दयानिधि मारन ने हिंदी भाषा के संदर्भ में विवाविदत टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूपी-बिहार के अधिकांश लोग हमारे तमिलनाडु में आकर शौचालय और निर्माण सरीखे कार्य करते हैं, क्योंकि ये हिंदी भाषा को ज्यादा तवज्जो देते हैं। अगर यही लोग अंग्रेजी सीखे तो इनके पास रोजगार के बेहतर साधन होंगे।

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