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टीएमसी MLA के बागी तेवर- ममता के मंत्री पर लगाया ये बड़ा आरोप, बंगाल की सियासत में मच सकता है बवाल!

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में राज्य में सियासी घमासान शुरू हो गया है। आपको बता दें कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के विधायक और आसनसोल म्यूनिसिपल कार्पोरेशन के चेयरमैन जितेंद्र तिवारी ने अपनी ही ममता सरकार पर क्षेत्र के विकास में बाधक बनने का आरोप लगाया है। ममता सरकार के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम को तिवारी ने पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। चुनाव से पहले विधायक के इस बागी तेवर को लेकर कई तरह के सियासी अर्थ निकाले जा रहे हैं। तिवारी ने अपने पत्र में नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा है कि, आसनसोल को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी मिशन प्रॉजेक्ट के तहत चयनित किया था। उन्होंने कहा, ‘आपके (हाकिम के) आदेश पर शहर के विकास के लिए बेहद जरूरी 2 हजार करोड़ रुपये की फंडिंग मिल सकती थी।

 

उन्होंने कहा कि, ‘इस प्रॉजेक्ट के लिए आसनसोल को चुना गया है क्योंकि इसके पीछे काउंसलर्स और एएमसी की टीम का शानदार काम है लेकिन राजनीतिक कारणों से हम इस इस प्रॉजेक्ट में चुने जाने के फायदों को हासिल नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि राज्य सरकार इसे अलाउ नहीं कर रही है।’

तिवारी ने अपने पत्र में लिखा है कि, आसनसोल को देश के अन्य कई शहरों की तरह सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रॉजेक्ट के तहत 1500 करोड़ रुपये का फंड केंद्र सरकार की तरफ से मिल सकता था लेकिन आपके विभाग और आपने इस योजना का फायदा आसनसोल को नहीं लेने दिया। यह आसनसोल शहर के साथ अन्याय है। तिवारी ने आरोप लगाया कि मंत्री के विभाग ने आसनसोल म्युनिसिपल कार्पोरेशन द्वारा अप्रूवल के लिए भेजे गए कई प्रॉजेक्ट रिपोर्ट्स को भी मंजूरी नहीं दी।

मंत्री ने बताया कि इन प्रॉजेक्ट रिपोर्ट्स में रानीगंज में प्रिंस द्वारकानाथ ठाकुर टाउन हॉल, जमूरिया में रेनोवेशन ऑफ एग्जिस्टिंग टाउन हॉल, बरनपुर, कुल्टी, जमूरिया, रानीगंज और आसनसोल में कई सड़कों के प्रॉजेक्ट्स शामिल हैं।

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