नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में हिंसा का दौर हर दूसरे दिन देखने को मिल रहा है। हाल ही में हुए बीरभूम हिंसा मामले को लेकर जहां पहले ही राजनीतिक पारा गर्माया हुआ है। दूसरी ओर राजनीतिक दलों के नेता विवादित बयानों से इसमें घी डालने का काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब पश्चिम बर्धमान जिले के पांडवेश्वर से तृणमूल विधायक नरेन चक्रवर्ती का कार्यकर्ता सम्मेलन में एक बयान सामने आया है जिसमें वो भाजपा समर्थकों को खुलेआम धमकी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। तृणमूल विधायक नरेन चक्रवर्ती इस बात पर जोर देते हुए कह रहे हैं कि कट्टर बीजेपी वोटर बाहर ना निकलें। नरेन चक्रवर्ती ने कहा कि जो कट्टर भाजपा समर्थक हैं उनको डराएं-धमकाएं, उनसे ये कहें कि वो लोग वोट देने न जाए, अगर वो लोग वोट देने के लिए बाहर जाते हैं तो उसके बाद वो लोग कहां रहेंगे ये वो खुद तय कर लें। वहीं, अगर वो लोग वोट देने नहीं जाते हैं तो हम ये समझेंगे कि वो हमारे समर्थन में हैं। इसका वीडियो भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। साथ ही उन्होंने सीएम ममता बनर्जी पर भी जमकर निशाना साधा।
TMC’s Pandaveswar (Asansol) MLA Naren Chakraborty, is seen issuing open threats to BJP voters and supporters, asking them not to come out and vote, or else face consequences. Such criminals should be behind bars but in Bengal Mamata Banerjee patronises them.
ECI must take note. pic.twitter.com/5KiPsPZHVG
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 29, 2022
इस मामले पर आसनसोल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी का कहना है कि तृणमूल विधायक ये समझ गए हैं कि भाजपा के लोग वोट देंगे तो उनकी हार होना निश्चित है लेकिन जिस तरह से उन्होंने धमकी दी है, ये नहीं दी होती तो अच्छा होता। वो अनुव्रत मंडल के शिष्य हैं और हो सकता है कि कुछ दिन बाद अनुब्रत मंडल जेल में नजर आएं। अगर वो इस तरह की धमकी देते रहें तो अनुब्रत मंडल को जेल में लूडो खेलने के लिए दो-तीन लोगों की जरूरत और हो सकती हैं।
आपको बता दें, तृणमूल विधायक नरेन चक्रवर्ती का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब पश्चिम बंगाल लगातार हिंसा के नए मामलों का सामना कर रहा है। बीरभूम हिंसा के बाद से तो राज्य में स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई है। इसी मामले को लेकर विधानसभा में विधायकों के बीच हाथापाई का नजारा भी देखने को मिल चुका है। हालांकि उस घटना के बाद बीजेपी के पांच विधायकों को निलंबित कर दिया गया है लेकिन पार्टी ने आरोप लगाया है कि स्पीकर द्वारा एक तरफा कार्रवाई की गई है और वो इसका विरोध कर सकते हैं।