कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के राज्यों के बारे में दिए गए बयान पर सियासत गर्माने और हंगामा मचने के बाद उनकी पार्टी टीएमसी अब सफाई दे रही है। ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि अगर बंगाल में आग लगाई गई, तो असम, पूर्वोत्तर, यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी प्रभावित होंगे। ममता ने कहा था कि मोदी बाबू अपनी पार्टी का इस्तेमाल यहां आग लगाने के लिए कर रहे हैं। हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे। सुनिए, अब टीएमसी नेता ममता बनर्जी के इस बयान पर किस तरह सफाई दे रहे हैं।
ममता के बयान के बाद टीएमसी ने सफाई दी है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि ममता के मन में हर राज्य के लिए प्यार है लेकिन बीजेपी बंगाल को डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रही है।#WestBengal pic.twitter.com/C2a88ptS68
— News18 India (@News18India) August 29, 2024
ममता बनर्जी के बयान के बाद बीजेपी शासित राज्यों असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने प्रतिक्रिया दी थी। हिमंत बिस्व सरमा ने कहा था कि ममता दीदी आप हमें लाल आंख मत दिखाइए। आपकी असम के बारे में ऐसा कहने की हिम्मत कैसे हुई। वहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि टीएमसी सरकार का अधिनायकवादी, नारी विरोधई आचरण लोकतंत्र को लज्जित, मानवता को अपमानित और सभ्य समाज को शर्मसार करने वाला है। योगी ने कहा था कि देवी पूजा की संस्कृति को धारण करने वाली पावन धरा आमार शोनार बांग्ला में मातृशक्ति की सुरक्षा में पूरी तरह नाकाम वहां की सरकार को समूची मातृशक्ति और देश से तुरंत माफी मांगनी चाहिए। वहीं, मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने प्रतिक्रिया में कहा था कि पूर्वोत्तर को धमकाने की दीदी की हिम्मत कैसे हुई। बीरेन सिंह ने लिखा था कि ममता बनर्जी को तुरंत विभाजनकारी राजनीति के जरिए हिंसा और नफरत भड़काना बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि किसी राजनीतिक नेता के लिए सार्वजनिक मंच पर हिंसा की धमकियां देना बहुत अनुचित है।
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रेप और हत्या की घटना के बाद वहां माहौल गर्माया हुआ है। सियासत भी चरम पर है। बीजेपी और सीपीएम ने ममता बनर्जी और उनकी सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है। टीएमसी के साथ इंडी गठबंधन में शामिल कांग्रेस भी ममता बनर्जी की सरकार पर सवाल उठा चुकी है। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अब ममता सरकार के खिलाफ विरोध रैली करने का आह्वान किया है। वहीं, ममता बनर्जी भी पलटवार कर रही हैं। उन्होंने पहले कहा था कि सब राम-वाम का किया धरा है।