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West Bengal: UNESCO को धन्यवाद देने के लिए ममता ने निकाला महाजुलूस, BJP ने TMC को ‘श्रेय’ लेने के लिए फटकार

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की ममता बनर्जी सरकार अक्सर किसी ना किसी मसलों को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। टीएमसी और भाजपा एक बार फिर आमने-सामने आ गई है। टीएमसी और भाजपा के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। इस बार दुर्गा पूजा को लेकर भाजपा ने टीएमसी को घेरा है। दरअसल, यूनेस्को (UNESCO) ने पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा को सांस्कृतिक विरासत का दर्जा दिया है। ऐसे में ममता सरकार इस बार की दुर्गापूजा को खास बनाने के लिए की तैयारी में जुट गई है। ऐसे में यूनेस्को द्वारा दुर्गापूजा को सांस्कृतिक विरासत का दर्जा देने का श्रेय लेने में सीएम ममता बनर्जी पूरी ताकत झोंक रही हैं। ममता बनर्जी ने बंगाल की दुर्गा पूजा को सांस्कृतिक विरासत में शामिल करने के लिए यूनेस्को को आभार भी जताया है। इसके साथ ही गुरुवार को कोलकाता में ममता बनर्जी ने एक महारैली भी निकली। जिसमें टीएमसी के नेता और कई लोग शामिल है।

आपको बता दें कि यूनेस्को ने दिसंबर 2021 में कोलकाता (Kolkata) की दुर्गा पूजा को अपनी सांस्कृतिक विरासत की लिस्ट में शामिल किया था। वहीं बंगाल सरकार की ओर से कोलकाता में निकाली गई महारैली पर भारतीय जनता पार्टी ने रोष प्रकट किया है। साथ ही भाजपा ने सीएम ममता पर बेवजह श्रेय का आरोप भी लगाया हैं।

भाजपा के विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी  को टैग करते हुए लिखा,  यह जुलूस भ्रष्टाचार और घोटालों से ध्यान हटाने का बेताब प्रयास। बंगाल की जनता समझदार हैं और उन्हें ज्ञात है कि यह केंद्र सरकार की संगीत नाटक अकादमी के प्रयासों के कारण दुर्गा पूजा को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का दर्जा मिला है।

इसके अलावा भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी ममता बनर्जी द्वारा UNESCO को धन्यवाद देने के लिए महाजुलूस निकालने पर क्लास लगाई है। मालवीय ने बंगाल सरकार पर हमला बोलते कहा कि, सच्चाई यह है कि पुरस्कार पाने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। यह मोदी सरकार के तहत एक संस्था, संगीत नाटक अकादमी के प्रयासों के कारण था।

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