नई दिल्ली। टूलकिट मामले में कांग्रेस लगातार भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर बनी हुई है। इस मामले में जहां कुछ दिन पहले भाजपा की तरफ से कांग्रेस पर आरोप लगाया गया कि, कोरोना काल में कांग्रेस की तरफ एक टूलकिट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने की कोशिश की गई। इसके बाद कांग्रेस ने अपनी तरफ से कहा कि, भाजपा के आरोप पूरी तरह से फर्जी हैं। गौरतलब है कि टूलकिट मामले में कांग्रेस ने भाजपा के कई दिग्गज नेताओं के खिलाफ FIR भी दर्ज करवाया है। वहीं अब टूलकिट मामले में कांग्रेस के नेता शशि थरूर की भी परेशानी बढ़ती दिख रही है। बता दें कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता शशि थरूर संसद की सूचना और प्रौद्योगिकी समिति के अध्यक्ष के तौर पर रहते हुए अपने पद का इस्तेमाल केंद्र सरकार की इमेज को खराब करने के लिए कर रहे हैं।
.@BJP4India के सांसद श्री @nishikant_dubey जी ने लिखा @loksabhaspeaker जी को पत्र.
seeking removal of @ShashiTharoor as “IT committee chairman” & disqualify him as an MP, as his irresponsible behaviour is encouraging social media platforms to disobey law of the land. pic.twitter.com/k9LiiHuZg5— Neelkant Bakshi (@neelkantbakshi) May 25, 2021
दुबे ने अपने पत्र में, थरूर की हाल ही में की गई टिप्पणियों का भी जिक्र किया है जो ‘टूलकिट मुद्दे’ केंद्र सरकार के बारे में पर की गईं हैं। बता दें कि दुबे ने कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि, उन्होंने शालीनता की सारी हदें पार कर दी हैं, एक संसदीय समिति के अध्यक्ष के पद पर बैठे व्यक्ति से जो आशा की जाती है, उसको उन्होंने तोड़ा है। दुबे ने पत्र में कहा, ‘मैं आपसे शशि थरूर को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध करता हूं।’
बता दें कि टूलकिट मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। वहीं 23 मई को टूलकिट मामले में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने नोटिस भेजा था। नोटिस में कहा गया कि, संबित पात्रा या शारीरिक रूप से या फिर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रायपुर के थाना सिविल लाईन में शाम 4 बजे उपस्थित हों। साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर पात्रा निर्देश का पालन नहीं करते तो उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि संबित पात्रा के खिलाफ एक स्थानीय एनएसयूआई नेता आकाश शर्मा शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद ये नोटिस जारी किया गया था।