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Bihar: अग्निपथ योजना को लेकर क्यों हो रही बिहार में हिंसा? प्रशांत किशोर ने किया सबका भंडाफोड़

tweet of parshant kishor on agneepath :वहीं, इस पूरे मसले को लेकर सियासी बिरादरी से जुड़े लोग भी अपनी राय जाहिर कर रहे हैं। अब इसी कड़ी में राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने भी इस मसले पर अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, ‘अग्निपथ पर आंदोलन होना चाहिए, हिंसा और तोड़फोड़ नहीं। बिहार की जनता #JDU और #BJP के आपसी तनातनी का ख़ामियाज़ा भुगत रही है। बिहार जल रहा है और दोनों दल के नेता मामले को सुलझाने के बजाए एक दूसरे पर छींटाकशी और आरोप प्रत्यारोप में व्यस्त हैं।‘

PARSHANT KISHOR

नई दिल्ली। ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन की आड़ में हुई हिंसा में सर्वाधिक प्रभावित अगर कोई राज्य हुआ है, तो वो बिहार है और तो और विरोध प्रदर्शन की शुरुआत भी इसी राज्य से ही हुई थी, लेकिन अब हिंसाग्रस्त राज्यों की सरकारें हिंसा में संलिप्त युवाओं के खिलाफ एक्शन मोड में आ चुकी है। अब तक विभिन्न राज्यों की पुलिस घटनास्थल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हिंसा में संलिप्त असामाजिक तत्वों को चिन्हित करने में जुट चुकी है। अब तक सैकड़ों युवाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं केंद्र समेत सेना की तरफ से युवाओं को समझाने की कोशिश की जा रही है कि किसी भी प्रकार की हिंसा से गुरेज करे। बता दें कि आज इसी संदर्भ में तीनों सेनाओं की प्रमुख की ओर से हुई प्रेस कांफ्रेंस में भी युवाओं से अपील की गई है कि वे हिंसा का मार्ग अख्तियार न करे। अगर उन्हें कोई आपत्ति है, तो आकर वार्ता करें, लेकिन हिंसात्मक मार्ग से गुरेज करें।

वहीं, इस पूरे मसले को लेकर सियासी बिरादरी से जुड़े लोग भी अपनी राय जाहिर कर रहे हैं। अब इसी कड़ी में राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने भी इस मसले पर अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, ‘अग्निपथ पर आंदोलन होना चाहिए, हिंसा और तोड़फोड़ नहीं। बिहार की जनता #JDU और #BJP के आपसी तनातनी का ख़ामियाज़ा भुगत रही है। बिहार जल रहा है और दोनों दल के नेता मामले को सुलझाने के बजाए एक दूसरे पर छींटाकशी और आरोप प्रत्यारोप में व्यस्त हैं।‘

बता दें कि अभी इस पूरे मसले को लेकर सियासी गलियारों में प्रतिक्रियाओं का बाजार गुलजार है। कोई इसे युवाओं के लिए हितकर बता रहा है, तो कोई इसे अहितकर बता रहा है। लेकिन, प्रेस कांफ्रेंस में तीनों ही सेनाओं के प्रमुखों ने इतना तो साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा। अब ऐसी स्थिति में बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर आपका क्या कुछ कहना है। हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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