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Kota Student Suicide: कोटा में नए साल पर भी छात्रों के सुसाइड की घटनाएं जारी, 2 दिन में 2 छात्रों ने कर ली आत्महत्या!

Kota Student Suicide: साल 2025 में भी राजस्थान के कोटा में छात्रों के सुसाइड की घटनाएं जारी हैं। कोटा में नए साल में लगातार 2 दिन 2 छात्रों ने आत्महत्या कर ली। ताजा मामला मध्य प्रदेश के गुना से कोटा में पढ़ने आए छात्र का है। मृतक छात्र का नाम अभिषेक लोधा है। वो कोटा में रहकर आईआईटी-एडवांस परीक्षा की तैयारी कर रहा था। कोटा पुलिस के मुताबिक अभिषेक एक हॉस्टल में रहता था। अभिषेक से पहले नीरज जाट ने मंगलवार को कोटा में आत्महत्या की थी।

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कोटा। साल 2025 में भी राजस्थान के कोटा में छात्रों के सुसाइड की घटनाएं जारी हैं। कोटा में नए साल में लगातार 2 दिन 2 छात्रों ने आत्महत्या कर ली। ताजा मामला मध्य प्रदेश के गुना से कोटा में पढ़ने आए छात्र का है। मृतक छात्र का नाम अभिषेक लोधा है। वो कोटा में रहकर आईआईटी-एडवांस परीक्षा की तैयारी कर रहा था। कोटा पुलिस के मुताबिक अभिषेक एक हॉस्टल में रहता था। उसे परिजनों ने बुधवार को फोन किया। अभिषेक ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद अभिषेक के घरवालों ने हॉस्टल के वॉर्डन को फोन किया। वॉर्डन ने अभिषेक के कमरे का दरवाजा काफी देर तक खटखटाया। अभिषेक ने जब दरवाजा नहीं खोला, तो उसे तोड़ा गया। फिर पता चला कि अभिषेक ने कमरे में फांसी लगा ली है।

कोटा का वो हॉस्टल जहां छात्र ने सुसाइड किया।

अभिषेक की उम्र सिर्फ 18 साल थी। कोटा पुलिस के अनुसार अभिषेक के परिजन गुना से पहुंचेंगे। जिसके बाद उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पुलिस को ये पता नहीं चला है कि अभिषेक ने आत्महत्या क्यों की। माना जा रहा है कि पढ़ाई के दबाव के कारण ही अभिषेक ने आत्महत्या की। कोटा के जवाहर नगर में मंगलवार की रात भी एक छात्र ने सुसाइड कर लिया था। उस छात्र का नाम नीरज जाट था। खास बात ये है कि कोटा में छात्रों की आत्महत्या रोकने के लिए सभी हॉस्टल में छत पर लगे पंखे उतारने का आदेश पहले ही दिया गया था। इसके बावजूद अभिषेक और नीरज के कमरे में पंखे कैसे लगे थे? बहरहाल, कोटा में इस साल की शुरुआत में 2 छात्रों के सुसाइड कर लेने से पढ़ाई के बोझ को लेकर फिर सवाल खड़े होने लगे हैं।

कोटा में बाहर से आकर काफी छात्र पढ़ते हैं। यहां पढ़ने पर प्रतियोगी परीक्षाओं में निश्चित सफलता मिलने के दावे किए जाते हैं। ऐसे में छात्रों पर परिजनों का भी दबाव होता है कि वे बेहतर प्रदर्शन करें। इस वजह से छात्र कई बार परेशान हो जाते हैं और आत्महत्या उनको एक मात्र रास्ता नजर आता है। साल 2023 में कोटा में 29 और 2024 में 19 छात्रों ने सुसाइड किया था। इन घटनाओं से पैरेंट्स को ये सबक लेना चाहिए कि वे अपने बच्चों पर पढ़ाई का दबाव न बनाएं और बच्चे को अपने मन मुताबिक कोर्स करने दें।

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