News Room Post

Haldwani Arson Case: हल्द्वानी हिंसा मामले में पुलिस का एक्शन जारी, 2 और उपद्रवी गिरफ्तार, अब तक 96 पकड़े जा चुके

Haldwani Arson Case: पुलिस को हल्द्वानी हिंसा मामले में अभी और भी आरोपियों की तलाश है। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में प्रशासन ने अवैध ढांचा गिराने की कार्रवाई की थी। उस दौरान हिंसा भड़की थी। स्थानीय लोगों और उपद्रवियों ने यहां जमकर पथराव और आगजनी की थी।

हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा करने वालों पर एक्शन जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक हल्द्वानी में हिंसा करने के आरोप में पुलिस ने शनिवार को 2 और उपद्रवियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। अब तक हल्द्वानी पुलिस 96 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिन 2 उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनके नाम आरिश और समीर हैं। पुलिस को हल्द्वानी हिंसा मामले में अभी और भी आरोपियों की तलाश है। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में प्रशासन ने अवैध ढांचा गिराने की कार्रवाई की थी। उस दौरान हिंसा भड़की थी। स्थानीय लोगों और उपद्रवियों ने यहां जमकर पथराव और आगजनी की थी। यहां तक कि एक थाने तक को फूंक दिया गया था।

स्थानीय उपद्रवियों के पथराव और हिंसा में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इसके अलावा लाखों की संपत्ति को नुकसान हुआ था। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद हल्द्वानी पहुंचकर घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा था कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो भविष्य के लिए नजीर बनेगी। बनभूलपुरा हिंसा मामले की जांच के लिए नैनीताल के एसएसपी पीएन मीणा के नेतृत्व में टीमें बनाई गईं। इन टीमों ने सीसीटीवी और अन्य वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की गिरफ्तारी शुरू की और अब भी एक्शन जारी है। पुलिस ने कई उपद्रवियों को जब गिरफ्तार किया, तो उनके पास से अवैध हथियार भी बरामद किए थे।

हल्द्वानी हिंंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।

हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई थी। ये सभी फायरिंग में घायल हुए थे। इसके अलावा 100 से ज्यादा वाहनों को उपद्रवियों ने आग लगाकर पूरी तरह नष्ट कर दिया था। नैनीताल जिला प्रशासन ने हल्द्वानी हिंसा के आरोपियों के घर वसूली का नोटिस भी भेजा है। इस मामले का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक पहले ही दिल्ली से गिरफ्तार किया जा चुका है। उसके घर की कुर्की भी अदालत के आदेश पर हो चुकी है।

Exit mobile version