नई दिल्ली। सनातन धर्म पर बीते कुछ दिनों से चर्चा तेज है। एक के बाद एक कई राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा इसे लेकर विवादित टिप्पणी की गई है। सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी करने वालों में तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन का नाम सबसे ऊपर है। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोना-डेंगू और मलेरिया से की थी। इस टिप्पणी के बाद से ही उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। हिन्दू संगठन और भारतीय जनता पार्टी भी इस बयान को लेकर जमकर विरोध कर रही है। अब उदयनिधि स्टालिन की अपने बयान पर सफाई सामने आई है। इस मामले में उदयनिधि स्टालिन ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है…
क्या बोले उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि स्टालिन का अपने सनातन पर दिए गए बयान पर सफाई सामने आई है। उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि वो एक कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे। उन्होंने उस कार्यक्रम में 5 मिनट से भी कम वक्त तक बोला। उन्होंने सनातन को लेकर जो बोला उसे भारतीय जनता पार्टी काफी बढ़ा चढ़ाकर बता रही है। उनकी बातों का गलत मतलब निकाल कर उसे राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया गया है।
आगे उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि मेरे बयान पर बवाल खड़ा कराकर मुझे निशाने पर लिया जा रहा है। मेरे खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज हो रहे है। 10 लाख से लेकर 10 करोड़ रुपए का इनाम मेरे सिर पर घोषित किया गया है। आगे उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि क्यों मेरे ही बयान ही बयान पर विरोध हो रहा है। AIADMK के वरिष्ठ नेता सेलुर राजू ने आखिरकार सनातन धर्म विवाद एक बयान देकर कहा कि ये (सनातन धर्म) काफी समय पहले ही खत्म हो चुका है। तो फिर उनके इस बयान का विरोध क्यों नहीं हो रहा। मेरे सिर पर 10 लाख, 10 करोड़ का इनाम रखा गया है। तो उनके सिर पर कितने का रखा जाएगा?
क्या बोला था उदयनिधि स्टालिन ने
उदयनिधि स्टालिन का एक वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में वो सनातन धर्म पर विवादित बयान देते हुए नजर आए थे। उदयनिधि स्टालिन ये कह रहे थे कि जैसे कोरोना महामारी, डेंगू और मलेरिया का विरोध नहीं इसे खत्म किया जाता है। ठीक इसी तरह सनातन को भी खत्म किया जाना चाहिए। सनातन…समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है ऐसे में इसका विरोध होना चाहिए। अब देखना होगा कि इस विवाद पर जारी बवाल कब जाकर थमेगा।