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भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क: उपेन्द्र राय ने की अपने मीडिया वेंचर की शुरुआत

सहारा इंडिया मीडिया, तहलका मैगजीन, स्टार न्यूज एवं सीएनबीसी-आवाज को अपनी सेवाओं और नेतृत्व से ऊंचाई देने वाले वरिष्ठ पत्रकार उपेन्द्र राय अपना खुद का न्यूज वेंचर शुरू करने जा रहे हैं। जहनी तौर पर बौद्धिक पत्रकारिता के पैरोकार और राष्ट्र तथा समाज की भावनाओं को तवज्जो देने वाले उपेन्द्र राय जल्द ही ‘भारत एक्सप्रेस’ नाम से मीडिया समूह लॉन्च करने जा रहे हैं। अपने 25 साल  लंबे पत्रकारीय जीवन के अनुभवों को अब वह अपने निजी मीडिया समूह को ताकतवर बनाने में इस्तेमाल करेंगे, ताकि समाज में पत्रकारिता की दशा, दिशा और सामाजिक चेतना का मूल्य बरकरार रखा जाए।

‘भारत एक्सप्रेस’ मीडिया समूह हिन्दी, अंग्रेजी और ऊर्दू भाषाओं में टीवी, डिजिटल और अखबार तीनों प्लेटफॉर्म पर जनता को अपनी सेवाएं देगा। उपेन्द्र राय की कोशिश है कि अपने मीडिया समूह के सभी प्लेटफॉर्म को वक्त के हिसाब से वाइब्रेंट बनाते हुए पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों को भी जिंदा रखा जाए। लिहाजा, टीवी के साथ-साथ अखबार और डिजिटल में खबरों के सभी पहलुओं पर जोर दिया जाएगा। अपना मीडिया समूह लॉन्च करने से पहले उपेन्द्र राय ने बताया कि उनकी कोशिश पत्रकारिता के आदर्शों को कायम रखते हुए जनसरोकार और राष्ट्रहित के मुद्दों को उठाना है। एक सतर्क और निर्भीक पत्रकारिता की नजीर पेश करना है। लिहाजा, भारत एक्सप्रेस के सभी प्लेटफॉर्म का मूल मंत्र ही सत्य, साहस और समर्पण पर टिका है। उपेन्द्र राय ने अपने इस नए वेंचर की शुरुआत से पहले सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत रॉय सहारा का विशेष धन्यवाद किया। उपेंद्र राय ने कहा कि सहारा इंडिया मीडिया में सेवा के दौरान सहाराश्री का विशेष स्नेह एवं आशीर्वाद उन्हें मिलता रहा। उनके विश्वास और अपनेपन ने संस्थान के साथ उन्हें लंबे वक्त तक जोड़े रखा। साथ ही नया वेंचर शुरू करने की प्रेरणा भी उन्हें सहाराश्री से ही मिली।

उपेन्द्र राय की शख्सियत ही भारत एक्सप्रेस की ताकत

‘भारत एक्सप्रेस’ मीडिया समूह की दशा और दिशा का अंदाजा उपेन्द्र राय की शख्सियत से लगाया जा सकता है. क्योंकि, जैसा नेतृत्व होता है, संस्थान वैसा ही आउटकम भी देता है। उपेन्द्र राय तूफान से कश्ती निकालने का दूसरा नाम है। उपेन्द्र राय की जीवन यात्रा गाजीपुर के शेरपुर गांव से शुरू हुई। लेकिन, उनकी यात्रा के आयाम वक़्त के साथ और भी बड़े होते चले गए। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां पर इन्होंने अपना पांव रखा उसके आगे का ही फासला तय किया. जीवन में कभी भी ‘रिट्रीट’ का तमगा नहीं लगने दिया। सच्चाई पर पांव टिकाकर लिए गए अपने साहसिक फैसलों के चलते उपेन्द्र राय को इसकी बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी और ताकतवर अफसरशाही से टकराने के एवज में जेल भी जाना पड़ा। लेकिन जीवन का यह कड़वा अनुभव भी उपेन्द्र राय का हौसला कम नहीं कर पाया। बेहद कम समय में उन्होंने पत्रकारिता की दुनिया में जोरदार वापसी की एवं उपलब्धियों की एक नई इबारत लिख डाली।

लंबे समय तक सहारा न्यूज नेटवर्क का नेतृत्व करने का फायदा उपेन्द्र राय को अपने मीडिया वेंचर को शीर्ष पर ले जाने में अवश्य मिलेगा। पत्रकारिता के साथ-साथ कॉरपोरेट जगत में भी काम करने का उनका लंबा अनुभव रहा है, जहां उनकी अब तक की उपलब्धियां शानदार रही हैं। अपनी क्षमताओं पर भरोसा और आत्मविश्वास ही उनकी ताकत रही है। ऐसे में तमाम समाचार चैनलों एवं मीडिया घरानों के बीच उपेन्द्र राय को ‘भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क’ कोशिखर पर ले जाने में कितता वक्त लगता है ये दखना दिलचस्प होगा।

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