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UP Police Recruitment Paper Leak Case: यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वालों का बचना नामुमकिन, एसटीएफ कर रही जांच

लखनऊ। यूपी पुलिस की सिपाही यानी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों की जांच एसटीएफ ने शुरू की है। एसटीएफ से जांच कराने का आदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया है। यूपीएसटीएफ के हाथ पेपर लीक मामले की जांच जाने से अब दोषियों को बचने का मौका मिलना नामुमकिन है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर कह दिया है कि अभ्यर्थियों की मेहनत को जाया कराने वालों से सख्ती से पेश आया जाएगा। इससे साफ है कि यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर जिन्होंने भी लीक कराया, उन लोगों और संस्थानों को योगी सरकार कतई बख्शने के मूड में नहीं है।

यूपी में बड़े पैमाने पर सिपाही भर्ती की ये परीक्षा कराई गई थी। इसके लिए 60000 से ज्यादा पद थे। 15 लाख के करीब अभ्यर्थियों ने परीक्षा देने के लिए आवेदन किया था। इनमें अच्छी संख्या महिला अभ्यर्थियों की भी थी। यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा को दो दिन कराया गया था। दूसरे दिन की दूसरी पाली में जब परीक्षा हुई, तो पेपर लीक का मामला सामने आया। अभ्यर्थियों ने पेपर लीक का आरोप लगाते हुए परीक्षा को रद्द करने की मांग भी की थी। जिसके बाद पुलिस भर्ती बोर्ड ने कहा था कि मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई है। वहीं, परीक्षार्थी लगातार लखनऊ में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया।

यूपी में साल 2017 में सीएम योगी की सरकार बनी थी। 2022 में भी योगी सरकार ने दोबारा यूपी में सत्ता हासिल की। योगी सरकार के इस पूरे कार्यकाल में पहले भी तमाम भर्ती परीक्षाएं कराई गई हैं, लेकिन पहली बार भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की बात सामने आई। यूपी सरकार ऐसे में जांच कराकर हर हाल में दोषियों को सलाखों के पीछे भेजने की तैयारी में जुटी है और इसके अलावा भविष्य में पेपर लीक की घटनाएं न हों, इसके लिए भी कदम उठाने के वास्ते विचार-विमर्श चल रहा है।

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