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Terror Attack: जम्मू के राजौरी में सेना के कैंप पर उरी टाइप हमले की कोशिश नाकाम, 2 आतंकी ढेर, सेना के 3 जवान शहीद

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राजौरी। स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर में फिर खूनखराबा करने की आतंकी कोशिश कर रहे हैं। ताजा घटना राजौरी के दारहाल इलाके में हुई है। यहां साल 2016 में हुए उरी हमले के अंदाज में दो आतंकियों ने सेना के कैंप में घुसकर फिदायीन हमला करने की कोशिश की। उन्हें मुठभेड़ में मार गिराया गया। इस मुठभेड़ में सेना के तीन जवान भी शहीद हुए हैं। सेना के सूत्रों के मुताबिक परगल में सेना का बेस कैंप है। वहां आतंकियों ने हथियारों के साथ घुसने की कोशिश की। अलर्ट जवानों ने उन्हें चैलेंज दिया। इसके बाद मुठभेड़ हुई। जिसमें आतंकियों को मार गिराया गया।

एडीजी मुकेश सिंह के मुताबिक दारहल से कुछ किलोमीटर दूर स्थित सुरक्षाबलों के दस्तों को मौके पर भेजा गया है। इलाके को घेरकर सेना तलाशी अभियान चला रही है। बता दें कि साल 2016 में जम्मू-कश्मीर के उरी में जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादियों ने सेना के मुख्यालय पर हमला किया था। इन आतंकियों को मार गिराने में सेना के 19 जवान शहीद हुए थे और 30 अन्य गोली लगने से घायल हुए थे। इसी घटना के बाद भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। तब सेना ने पीओके में पाकिस्तान के कई आतंकी लॉन्च पैड पूरी तरह तबाह कर दिए थे।

स्वतंत्रता दिवस से पहले किस तरह आतंकी अपनी गतिविधियां बढ़ा रहे हैं, ये इसी से पता चलता है कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा से बुधवार को सुरक्षाबलों ने 25 किलोग्राम वजन का आईईडी बरामद कर उसे नष्ट किया था। सर्कुलर रोड पर टहाब क्रॉसिंग के पास रखी गई आईईडी अगर फट जाता, तो इससे बड़े पैमाने पर लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी। वहीं, बुधवार को ही मध्य कश्मीर के बडगाम में 12 घंटे की मुठभेड़ में जवानों ने आतंकी सरगना लतीफ राथर समेत लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया था। लतीफ राथर ने ही कश्मीरी पंडित राहुल भट और अभिनेत्री अमरीन भट समेत कई लोगों की हत्या की साजिश रची थी। इनके पास से बड़ी तादाद में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया था।

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