नई दिल्ली। बिहार में शिक्षा विभाग के अधिकारी के घर विजिलेंस ने छापा मारा। बेतिया के जिला शिक्षा अधिकारी रजनीकांत प्रवीण के आवास पर चल रही इस छापेमारी में इतना कैश बरामद हुआ कि उसे गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीन मंगानी पड़ी। पटना की विजिलेंस टीम के नेतृत्व में सुबह से छापेमारी जारी है और उनके घर से बरामद दस्तावेजों की जांच चल रही है। घर के बाहर पुलिस बल भी तैनात है। जिला शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के सिलसिले में यह कार्रवाई की गई। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Bihar: A vigilance raid at Bettiah District Education Officer Rajnikant Praveen's residence uncovered a large cash stash, requiring a cash-counting machine. The raid, led by Patna's vigilance team, has been ongoing since morning, with police deployed on-site. Investigations are… <a href=”https://t.co/BbYYZbkik8″>pic.twitter.com/BbYYZbkik8</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1882323585546502251?ref_src=twsrc%5Etfw”>January 23, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
रजनीकांत प्रवीण बेतिया पिछले तीन सालों में बेतिया में तैनात हैं। उनका घर मुफस्सिल थाना क्षेत्र में स्थित बसंत बिहार कॉलोनी में है जहां छापा मारा गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि डीईओ के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं और अवैध संपत्ति के मामले में शिकायतें दर्ज थीं। प्रवीण के कुछ अन्य ठिकानों पर भी विजिलेंस टीम की पड़ताल जारी है। वित्तीय अनियमितताओं और अवैध संपत्ति से जुड़े मामले में प्रवीण के खिलाफ शिकायतें दर्ज थीं। फिलहाल इस संबंध में विजिलेंस का कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। विजिलेंस अधिकारी जब सुबह जिला शिक्षा अधिकारी रजनीकांत प्रवीण के घर छापेमारी करने पहुंचे तो उन्हें भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके घर से इतनी बड़ी संख्या में नकदी बरामद होगी।
रजनीकांत प्रवीण बिहार राज्य शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी हैं। प्रवीण साल 2005 में सरकारी नौकरी में आए। ज्वाइन करने के बाद वो दरभंगा, समस्तीपुर समेत बिहार के कई अन्य जिलों में शिक्षा अधिकारी के रूप में तैनात रह चुके हैं। उनकी पत्नी पहले एक संविदा शिक्षिका के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही थीं बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और दरभंगा में अपना खुद का स्कूल (ओपन माइंड बिरला स्कूल) चला रही हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि रजनीकांत प्रवीण द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति से ही स्कूल का निर्माण कराया गया।