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Rajasthan: पानी की समस्या को लेकर गहलोत के मंत्री के सामने दंडवत हुआ सामाजिक कार्यकर्ता, पुलिस के रोकने पर गर्म हुआ माहौल

नई दिल्ली। राजस्थान के भरतपुर जिले के कामा पंचायत समिति सभागार में प्रभारी मंत्री रमेश मीणा द्वारा की जा रही जन सुनवाई के दौरान तनाव का माहौल पैदा हो गया, जब सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा कामा कस्बा सहित क्षेत्र वासियों को लेकर दंडवत परिक्रमा करते हुए पंचायत समिति पहुंच गए। जैसे ही परिवादी दंडवत परिक्रमा करते हुए पंचायत समिति के गेट पर पहुंचे। वहां पर मौजूद डीएसपी प्रदीप यादव ने विजय मिश्रा को इस प्रकार दंडवत परिक्रमा करते हुए जनसुनवाई स्थल पर जाने से रोक दिया, जिसके चलते पुलिस और परिवादी के बीच गर्मा-गर्मी का माहौल पैदा हो गया। उन्होंने ये दंडवत परिक्रमा चंबल का पानी उपलब्ध कराने की मांग को लेकर की। काफी मशक्कत के बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने विजय मिश्रा की प्रभारी मंत्री रमेश मीणा से मुलाकात कराई। पुलिस के काफी मना करने के बाद भी जनसुनवाई सभागार में भी विजय मिश्रा दंडवत परिक्रमा करते हुए प्रभारी मंत्री तक पहुंचे।

हालांकि, उनकी बात को माना गया और इसके समाधान के रूप में कामा और कामां क्षेत्र की पानी की समस्या के समाधान को लेकर मांग पत्र सौंपा गया। इस समस्या के समाधान को लेकर प्रभारी मंत्री ने स्पष्ट किया और उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि “15 मई तक कामां के लोगों को पीने के लिए चंबल का पानी उपलब्ध करा दिया जाएगा।” बता दें, कि सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा कामा क्षेत्र वासियों की पेयजल की समस्या के समाधान और कामा कस्बे समेत पूरे क्षेत्र को चंबल का पानी उपलब्ध कराने की मांग को लेकर कामा कस्बे के लाल दरवाजा से होते हुए मुख्य बाजार और नगरपालिका होते हुए पंचायत समिति तक दंडवत परिक्रमा करते हुए ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे।

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