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Wrestlers Protest: ‘क्या हम इतने लायक नहीं…’, धरने पर बैठी विनेश फोगाट हुई इमोशनल, क्रिकेटर्स का सपोर्ट न मिलने पर कही ये बात

Wrestlers Protest

नई दिल्ली। पहले जनवरी महीने में और अब एक बार फिर जंतर-मंतर पर बैठे पहलवान खुद के साथ हुए अन्याय के लिए आवाज उठा रहे हैं। सभी ये कह रहे हैं कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोच पर यौन शोषण समेत जो गंभीर आरोप लगाए हैं उस पर उन्हें न्याय चाहिए। जब वो देश के लिए मेडल जीतते हैं तो उन्हें सभी बधाईयां देते हैं लेकिन जब वो इंसाफ के लिए दिल्ली की सड़क पर बैठे हैं तो उन्हें किसी का सपोर्ट नहीं मिल रहा। बीते पांच दिनों से जंतर-मंतर पर जारी प्रदर्शन में खुद को अकेला पड़ते देख अब पहलवानों के हौंसले भी टूटते हुए नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो इमोशनल होते हुए नजर आ रही हैं। वीडियो में विनेश फोगाट क्रिकेट जगत और दूसरे दिग्गज खिलाड़ियों पर सवाल उठाते हुए कह रही हैं कि क्या हम इस लायक नहीं हैं जो हमारे लिए कोई खड़ा नहीं हो रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

विनेश फोगाट का जो वीडियो सामने आया है उसमें वो ये कहती हुई नजर आ रही हैं कि क्रिकेट देश का बड़ा खेल हैं। सभी इसकी (क्रिकेट) पूजा करते हैं। लेकिन आज हमें सभी के सहयोग की जरूरत है तो हमारे साथ कोई खड़ा नहीं है। आगे विनेश फोगाट ने भारतीय क्रिकेटरों और अन्य टॉप खिलाड़ियों पर मामले पर चुप रहने को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि भारत में बड़े एथलीट या क्रिकेटर नहीं हैं। इन्हीं लोगों द्वारा जब अमेरिका में ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में आवाज उठाई गई थी। तो क्या हम उस लायक नहीं है जो हमें ये लोग समर्थन नहीं दे रहें। क्या सिस्टर में इतनी बड़ी गड़बड़ है कि ये सभी आवाज उठाने से डरते हैं?

आपको बता दें, विनेश फोगाट द्वारा भारतीय एथलीट और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा पर भी कई आरोप लगाए गए हैं। विनेश फोगाट ने कहा था कि उन्हें उम्मीद थी कि पीटी उषा उनकी बात सुनेंगी, उन्हें समर्थन देंगी लेकिन उन्होंने तो फोन तक नहीं उठाया। वहीं, विनेश फोगाट द्वारा लगाए गए इन आरोपों के बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा था कि पहलवानों को सड़कों पर जाने की बजाय हमारे पास आना चाहिए था। जो वो कर रहे हैं वो न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए बल्कि खेलों के लिए भी सही नहीं हैं। पहलवानों द्वारा किए जा रहे धरने की वजह से देश की छवि पर दाग लग रहा है।

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