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Rajasthan: जोधपुर के बाद नागौर में बवाल, नमाज के बाद आपस में ही भिड़ा मुस्लिम समुदाय, जानें CM गहलोत ने क्या कहा?

नई दिल्ली। पहले जोधपुर…फिर नागौर…अब तस्वीर बिल्कुल साफ हो चुकी है कि राजस्थान की गहलोत सरकार में असामाजिक तत्वों के नापाक हौसले बुलंद हो चुके हैं। किसी को भी पुलिस प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए कानून-व्यवस्था पर तनिक भी खौफ नहीं रह गया है। लिहाजा यह लोग अब गहलोत सरकार की नाक के नीचे कानून-व्यवस्था का पलीता लगा रहे हैं। राजस्थान की गहलोत सरकार कानून-व्यवस्था को दुरूस्त करने की दिशा में विफल साबित हो रही है। पहले जोधपुर में ईद के मौके पर दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। स्थिति इस कदर संजीदा हो गई कि पुलिस-प्रशासन भी कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने की दिशा में विफल साबित हुई। उधऱ, अब खबर  नागौर से सामने आई है, जहां पर ईद के मौके पर ही दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। स्थिति इस कदर संजीदा हो गई कि एक-दूसरे पर पत्थरबाजी करने पर आमादा हो गए। खबर है कि इस दौरान कई लोग  चोटिल हो गए।

हालांकि, सरकार के निर्देश पर मौके पर भारी संख्या में पुलिस बलों को भेज दिया गया है, ताकि स्थिति नियंत्रित की जा सकें। माना जा रहा है कि अब दोनों ही पक्षों के लोगों की समझाइश की जा रही है। उधऱ, सीएम अशोक गहलोत ने उक्त प्रकरण की निंदा की है। उन्होंने दो टूक कहा है कि अपराधी चाहे किसी भी धर्म का क्यों न हो, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से गुरेज नहीं किया जाएगा। अगर उसकी संलिप्तता पाई जाती है, तो निसंदेह उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने उपरोक्त घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आरोपियों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

बता दें कि जोधपुर में इस्लामिक झंडा फहराने को लेकर विवाद शुरू हो गया था। जिसके बाद विरोधस्वरूप भगवा झंडा फहराया गया था, जिसके बाद अब यह पूरा विवाद प्रकाश में सामने आया है। बहरहाल, अब शासन की तरफ से उपरोक्त प्रकरण को लेकपर संज्ञान में लेने के उपरांत  जांच का सिलसिला शुरू किया जा चुका है। अब ऐसे में देखना होगा कि जब इस पूरे मामले की जांज मुकम्मल होती है, तो क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है।

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