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Air India Plane Crash : एयर इंडिया विमान हादसे में एकलौते जीवित बचे यात्री विश्वास रमेश ने भाई की अर्थी को रोते हुए दिया कंधा, वीडियो देख नम हो जाएंगी आंखें

Air India Plane Crash : विश्वास रमेश के पास यूके की नागरिकता है और वो अपने भाई के साथ लंदन जा रहे थे। विमान दुर्घटना के भले ही 6 दिन बीत गए हों लेकिन पीड़ितों के जख्म अभी हरे हैं। इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारीजन शायद ही जीते ही अपने इस दु:ख को भूल पाएंगे।

नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया प्लेन क्रैश की घटना में एकलौते जीवित बचे यात्री विश्वास रमेश ने आज अपने भाई की अर्थी को कंधा दिया। विश्वास के भाई भी उसी प्लेन में उनके साथ सवार थे। विश्वास अस्पताल से अपने भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आए। भाई के शव को देखकर विश्वास अपने इमोशंस पर काबू नहीं रख पाए और फूट फूटकर रोने लगे। भाई के शव को कंधा देते हुए विश्वास का रोते हुए वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो जाएंगी। विश्वास रमेश के पास यूके की नागरिकता है और वो अपने भाई के साथ लंदन जा रहे थे।

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Diu | Lone survivor of AI-171 flight crash, Vishwas Ramesh Kumar, mourns the death of his brother Ajay Ramesh, who was travelling on the same flight<br><br>Vishwas Ramesh Kumar is a native of Diu and is settled in the UK. <a href=”https://t.co/fSAsCNwGz5″>pic.twitter.com/fSAsCNwGz5</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1935236983779115456?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 18, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इससे पहले विश्वास रमेश से सिविल अस्पताल में मिलकर उनका हाल जाना था। विश्वास रमेश ने प्लेन दुर्घटना के बारे में बताया था कि वो खुद प्लेन से नहीं कूदे थे बल्कि इमरजेंसी एग्जिट के पास उनकी सीट थी और जब प्लेन क्रैश हुआ तो इमरजेंसी एग्जिट अपने आप खुल गया और वो सीट समेत बाहर जा गिरे। इस तरह से उनकी जान बची। विमान दुर्घटना के भले ही 6 दिन बीत गए हों लेकिन पीड़ितों के जख्म अभी हरे हैं। इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारीजन शायद ही जीते ही अपने इस दु:ख को भूल पाएंगे।

किसी ने इस हादसे में अपने बेटे को खोया है तो किसी ने अपनी पत्नी को। बहुत से लोग तो ऐसे हैं जिनके परिवार के कई सदस्य इस एक्सीडेंट में मारे गए। सभी शव इस कदर जली हुई अवस्था में हैं कि उनकी पहचान के लिए परिवार से डीएनए मैच कराया जा रहा है। जैसे जैसे डीएनए मैच हो रहा है शव उनके परिवार वालों को सुपुर्द किए जा रहे हैं। अभी भी बहुत से शवों का डीएनए मिलान बाकी है।

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