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Mizoram Assembly Election Voting Tomorrow: मिजोरम में 40 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग कल, सीएम जोरमथांगा की आईजोल पूर्व-1 समेत ये 4 सीटें हैं खास

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आईजोल। मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों के लिए भी मंगलवार 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। यहां भी बाकी 4 राज्यों की तरह 3 दिसंबर को नतीजों का एलान किया जाएगा। साल 2018 में मिजोरम विधानसभा के चुनावों में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को बहुमत मिला था। एमएनएफ को पिछली बार 27 सीटें मिली थीं। वहीं, कांग्रेस 4, बीजेपी 1 और अन्य 8 सीटों पर जीते थे। इस बार कांग्रेस यहां एमएनएफ को चुनौती देने मैदान में उतरी है। इस बार यहां एमएनएफ ही दोबारा सत्ता में लौटेगी या किसी और दल को मौका मिलेगा, ये तो नतीजे ही बताएंगे। इस बार मिजोरम में तमाम जगह एमएनएफ, जोरम नेशनलिस्ट पार्टी (जेएनपी) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होता दिख रहा है। ऐसे में मुकाबला कांटे का होने की पूरी उम्मीद है। फिर भी एमएनएफ ने दावा किया है कि उसकी एक बार फिर सरकार मिजोरम में बनेगी।

मिजोरम के मौजूदा सीएम जोरमथांगा की सीट भी हाई प्रोफाइल है।

अब आपको बताते हैं कि मिजोरम की कौन सी विधानसभा सीटें काफी अहम हैं। सबकी नजर ऐसी 4 अहम सीटों पर है। इन अहम सीटों में आईजोल पूर्व-1 भी है। ये सीट सबसे अहम मानी जा रही है, क्योंकि यहां से एमएनएफ के नेता और मौजूदा सीएम जोरमथांगा चुनावी मैदान में हैं। जोरमथांगा से मुकाबले में जोरम पीपुल्स मूवमेंट के उपाध्यक्ष लालथानसांगा हैं। इस सीट पर एक दौर में कांग्रेस लगातार जीतती रही थी। अब यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। इसी तरह आईजोल पश्चिम-3 की सीट भी मिजोरम में अहम है। यहां जेडपीएम के विधायक वीएल जैथनजामा और कांग्रेस के लालसावता के साथ एमएनएफ के के. सामवेला भी चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। कांग्रेस के लालसावता मिजोरम के दिग्गज नेता हैं और वित्त मंत्री भी रहे हैं। आईजोल पश्चिम-3 सीट की खास बात है कि यहां किसी भी पार्टी ने लगातार जीत हासिल नहीं की है।

मिजोरम की सेरछिप सीट पर सीएम पद के दावेदार और जेडपीएम नेता लालडुहोमा फिर किस्मत आजमा रहे हैं। लालडुहोमा यहां से पिछला विधानसभा चुनाव भी जीते थे। तब उन्होंने 5 बार मिजोरम के सीएम रहे ललथनहावला को हराया था। उनके सामने एमएनएफ ने जे. माल्सावमजुअल वानचावंग को उतारा है। वानचावंग पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने सेरछिप सीट पर आर. वानलालटलुआंगा को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह हच्छेक सीट भी काफी अहम हो गई है। पिछली बार यहां से कांग्रेस के लालरिंडिका राल्टे चुने गए थे। वो इस बार भी उम्मीदवार हैं। उनके सामने एमएनएफ के नेता और खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रायटे हैं। जबकि, जेडपीएम ने केजे लालबियकनघेटा को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस तरह सेरछिप सीट पर भी मुकाबला त्रिकोणीय और रोचक है।

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