अमृतसर। अन्ना हजारे के आंदोलन से अरविंद केजरीवाल पनपे थे। सियासत के लिए उन्होंने आम आदमी पार्टी AAP बनाई। उसका चुनाव निशान झाड़ू रखा। दावा किया कि इसी झाड़ू से सियासत में सफाई करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। केजरीवाल के बारे में आम राय अब ये बन चुकी है कि जनता को मुफ्तखोर बनाकर वो सियासत कर रहे हैं। अब एक और किसान नेता ने केजरीवाल के पुराने दावों की तरह ही अपना दावा किया है। इस किसान नेता का नाम है बलबीर सिंह राजेवाल। किसान आंदोलन चलाकर अब सियासी मैदान में कूदे और संयुक्त समाज मोर्चा पार्टी SSM बनाकर पंजाब में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल का कहना है कि पंजाब में नेता आम जनता के लिए काम नहीं करते हैं। उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि नेता जमकर पैसा कमा रहे हैं और पंजाब का खजाना खाली है। राजेवाल ने कहा कि ये सब ठीक करने के लिए ही उन्होंने सियासत में उतरने और पंजाब में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक लंबे इंटरव्यू में राजेवाल ने कहा कि किसानों को लगता है कि पंजाब में राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए शासन करते जा रहे हैं। कृषि कानूनों की वापसी के बाद हमने तय किया कि माहौल को साफ कर पंजाब को बचाना है।
राजेवाल ने कहा कि पंजाब पर जिस तरह शासन किया जा रहा है, उससे सामाजिक और आर्थिक हालात बदतर हो गए हैं। राजेवाल ने अपने एजेंडे के बारे में कहा कि वो जनता के लिए काम करेंगे। समाज के हर वर्ग की समस्या सुलझाएंगे और पंजाब को नष्ट कर रहे माफिया को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि नेता खूब पैसा कमा रहे हैं, इस पैसे को राज्य के खजाने में जाना चाहिए। आम आदमी पार्टी के बारे में राजेवाल का कहना था कि वहां भी टिकट बेचे जाने का खुलासा हुआ है। आप पंजाब के पानी को दिल्ली ले जाना चाहती है।
ये पूछने पर कि क्या सभी किसान संगठन एकजुट हैं, राजेवाल ने कहा कि ज्यादातर उनसे जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि जो संगठन अभी हमारे साथ नहीं हैं, वे भी आगे चलकर साथ जरूर देंगे। ये पूछने पर कि क्या गुरनाम सिंह चढ़ूनी की संयुक्त संघर्ष पार्टी SSP से गठजोड़ का भी इरादा है, बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि बातचीत चल रही है और हम एक हफ्ते में अपने उम्मीदवारों का भी एलान कर देंगे। अखबार से राजेवाल ने कहा कि चुनाव बाद जो हालात बनेंगे, उसे देखकर वो अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे।