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West Bengal: बाबुल सुप्रियो ने थामा ‘दीदी’ का दामन लेकिन पहले कई बार तीखे बयानों से कर चुके हैं हमला

नई दिल्ली। भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आज बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी का दामन थाम लिया है। जुलाई के महीने में बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी छोड़ दी थी, और राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान भी किया था। लेकिन करीब 2 महीने बाद ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होकर सबको हैरान कर दिया है। बाबुल का ‘दीदी प्रेम’ बहुतों को रास नहीं आ रहा है जबकि वो कह चुके थे कि वो राजनीति से ही सन्यास ले रहे हैं। ऐसे में उन्होंने कितने ही पुराने बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें उन्होंने एक नहीं कई बार ममता पर हमला बोला है और तीखे बयानों से टीएमसी के चरित्र पर ही सवाल किया था।

बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों में जब टीएमसी की प्रचंड बहुमत से वापसी हुई है, तो वहीं बाबुल सुप्रियो ने कड़ी आपत्ति जताई थी और साथ ही मतदाताओं को भी ‘ऐतिहासिक गलती’ के लिये कोसा था। उन्होंने ममता बनर्जी को क्रूर महिला तक कह दिया। उन्होंने लिखा, “न तो मैं ममता बनर्जी को बधाई दूंगा। न ही कहूंगा कि मैं लोगों के इस फैसले का सम्मान करता हूं। ईमानदारी से सोचें तो बंगाल के लोगों ने बीजेपी को मौका न देकर एक ऐतिहासिक गलती की। इस भ्रष्ट, अक्षम, बेईमान सरकार और सत्ता में एक क्रूर महिला को चुनकर भी उन्होंने गलती की।” बाबुल सुप्रियो ने कहा, “हां, एक कानून के पालन करने वाले नागरिक के रूप में, मैं एक लोकतांत्रिक देश में लोगों द्वारा लिए गए फैसले का पालन करूंगा।”

‘क्रूर महिला’ का चुनाव करके बंगाल ने की ऐतिहासिक गलती

इतना ही नहीं बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा था कि ममता बनर्जी को वोट देना वेस्ट बंगाल की जनता की बहुत बड़ी गलती है। वेस्ट बंगाल काफी अच्छा डिसर्व करती है।

दस सालों में दीदी राज में पनपना गुंडाराज

बंगाल ने चुनावी नतीजे आने के बाद बाबुल सुप्रियो ने ममता दीदी पर टिप्पणी करते हुए सोशल मीडिया पर एक ट्वीट भी किया था, जहां उन्होंने लिखा था कि, ‘टीएमसी 3एम – मां, माटी, मानुष मॉडल के साथ सत्ता में आई, लेकिन अंततः इसे एक में बदल दिया, ‘मनी मेकिंग मशीन’। 10 वर्षों तक, बंगाल को टीएमसी द्वारा अत्याचार और लूट का सामना करना पड़ा। बंगाल ने अब वास्तविक परिवर्तन लाने का फैसला किया है’

वहीं अब बीजेपी में रहते हुए ममता दीदी को कोसने वाले  बाबूल सुप्रियो ने टीएमसी की छत्रछाया में ही रहने का फैसला कर लिया है। इस सिलसिले में कई नेताओं द्वारा कई तरह के ट्वीट भी किए गए हैं।

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