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Bihar: ‘कुढ़नी सीट हम अपने प्रत्याशी की वजह से ही हारे’, निशाने पर आए नीतीश ने ऐसे फोड़ा ठीकरा

nitish kumar

पटना। बिहार की कुढ़नी विधानसभा सीट पर उपचुनाव हारने के बाद सीएम नीतीश कुमार अपने सहयोगी आरजेडी और विपक्षी बीजेपी के निशाने पर हैं। कुढ़नी से आरजेडी के विधायक रहे अनिल कुमार ने नीतीश से इस्तीफे की मांग तक कर दी थी। ऐसे में नीतीश अब कुढ़नी में हुई हार का ठीकरा अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी पर फोड़ते दिख रहे हैं। पटना में रविवार को जेडीयू के खुले अधिवेशन में नीतीश ने कुढ़नी की हार की जिम्मेदारी अपने ही प्रत्याशी मनोज कुमार सिंह पर डाल दी। इस दौरान नीतीश ने एक बार फिर जेडीयू और अन्य विपक्षी दलों में एकजुटता का राग भी अलापा। बता दें कि नीतीश ने मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का काम बीते दिनों शुरू किया था।

 

नीतीश ने जेडीयू के खुले अधिवेशन में कहा कि कुढ़नी में पराजय के लिए हमारे उम्मीदवार रहे मनोज जी ही जिम्मेदार हैं। हमारे प्रत्याशी ने पहले पंचायत चुनाव में किसी का विरोध किया था। उन लोगों ने अब कुढ़नी उपचुनाव में मनोज कुमार सिंह का विरोध किया। जिसकी वजह से महागठबंधन को कुढ़नी सीट गंवानी पड़ी है। नीतीश कुमार ने इसके बाद कहा कि अभी सब एकजुट हो जाएंगे, तो 2024 के लोकसभा चुनाव को बड़े अंतर से विपक्ष जीतेगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का थर्ड फ्रंट नहीं, मेन फ्रंट है। हमने ईमानदारी से सबके विकास के लिए काम किया। कुछ लोग उल्टा सीधा कहते हैं, लेकिन हम काम करते रहते हैं। नीतीश ने कहा कि उनकी इच्छा है कि सब मिलकर मैदान में उतरें।

बात कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव की भी कर लेते हैं। इस सीट पर महागठबंधन की तरफ से जेडीयू के मनोज कुमार सिंह थे। मनोज को बीजेपी के केदार प्रसाद गुप्ता ने हराया है। इससे पहले कुढ़नी सीट को 2020 में आरजेडी के अनिल कुमार सहनी ने जीता था। भ्रष्टाचार के मामले में उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हुई थी। जिसके बाद उपचुनाव हुआ था। इससे पहले दो जगह उपचुनाव हुए थे। जिनमें से गोपालगंज की सीट पर भी महागठबंधन को बीजेपी ने मात दी थी। तब भी नीतीश के खिलाफ गठबंधन में आवाजें उठी थीं।

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