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‘दम है, तो शाहरुख की बेटी, तैमूर की मम्मी, जावेद की बीवी को पहनाओ’: हिजाब के पैरोकारों पर BJP नेता का बयान

नई दिल्ली। हिजाब को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। फिलहाल यह पूरा मसला कोर्ट में विचाराधीन है। अब कोर्ट इस पर क्या कुछ फैसला लेती है। इस पर पूरे देश की निगाहें टिकी रहेंगी। लेकिन वर्तमान में हिजाब विवाद को लेकर बयानों की दरिया अपने उफान पर है और लोग इस दरिया में जमकर गोता लगाते नजर आ रहे हैं। हिजाब विवाद को लेकर सामने आ रहे बायनों को बतौर पाठक आप दो श्रेणी में विभिक्त कर सकते हैं। पहला जो हिजाब विवाद को लेकर मुस्लिम छात्रों के पक्ष में सुर में सुर मिला रहे हैं और दूसरा वे जो इसे लेकर मुखालफत की बयार बहा रहे हैं। खैर आप खुद को किस श्रेणी में शामिल करते हैं। आप कमेंट कर बताना हमें मत भूलिएगा। लेकिन उससे पहले हम आपको इस रिपोर्ट में बीजेपी नेता रसिका केसरिया के उस बयान के बारे में बताए चलते जिसमें शाहरुख खान की बेटी, तैमुर की मम्मी और जावेद अख्तर की बेटी का जिक्र कर किया है। अब आप सोच रहे होंगे कि इतने बड़े-बड़े सेलेब्स का जिक्र कर बीजेपी नेता ने कैसे अपने बयान को हिजाब विवाद से जोड़ दिया। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, बीजेपी रसिका केसरिया ने कहा कि शाहरुख खान की बेटी, तैमूर की मम्मी और जावेद अख्तर की बीवी को हिजाब पहनाकर दिखाओ। उनका यह बयान अभी सोशल मीडिया समेत अभिव्यक्ती के अन्य मंचों पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। लोग उनके बयान पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। बताते चलें कि जहां कुछ लोग उनके बयान को सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ उनके बयान मुखालफत कर रहे हैं। अब आपका इस बयान के संदर्भ में क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना मत भूलिएगा। लेकिन आइए आगे हम आपको एक मर्तबा इस विवाद के बारे में आपको एक झलक बताए चलते हैं।

जानिए पूरा विवाद

दरअसल, कर्नाटक के उड्डपी जिले स्थित कॉलेज मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर जाना शुरू कर दिया। कॉलेज प्रशासन ने इसका विरोध किया। लेकिन छात्राएं नहीं मानी। कॉलेज प्रशासन ने कहा कि शिक्षण संस्थान के लिए एक ड्रेस कोर्ड निर्धारित किया गया है जिसका अनुपालन करना प्रत्येक छात्र को अनिवार्य है। लेकिन मुस्लिम छात्राओं ने हिजाब पहनने को अपना मौलिक अधिकार बताया। अब यह पूरा मामला देशव्यापी हो चुका है। कर्नाटक से शुरू हुआ यह विवाद पूरे देश में पहुंच चुका है। फिलहाल यह पूरा माजरा कोर्ट में विचाराधीन है। अब देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा मामला क्या रुख अख्तियार करता है।

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